दूसरे के नाम फाइनांस पर मोबाईल लेकर की जालसाजी
10 से 11 लोगों के साथ हुई ठगी

* राजापेठ थाने में मामला दर्ज
अमरावती/दि.1 – दूसरे के नाम कर्ज पर मोबाईल खरीदी कर कर्ज की किश्त अदा न करते हुए अब तक करीबन 10 से 11 लोगों के साथ लाखों रुपए की ठगी की गई. यह प्रकरण शनिवार 29 नवंबर को राजापेठ थाना क्षेत्र में उजागर हुआ. पुलिस ने एक युवक के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया हैं. आरोपी युवक का नाम म्हाडा कॉलोनी, अकोली निवासी प्रणव सुनील गुल्हानेे (24) हैें.
इस प्रकरण में प्रवीण एकनाथराव पाटमासे (47) नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज की है. प्रणव गुल्हाने इस तरह 10 से 11 लोगों के साथ जालसाजी की रहने का आरोप शिकायत में किया गया हैं. शेगांव वारी के माध्यम से प्रवीण पाटमासे की 6 वर्ष पूर्व प्रणव के साथ पहचान हुई हैं. 17 फरवरी 2025 को प्रणव ने जन्मदिन का कारण बताकर प्रवीण पाटमासे के नाम से साईनगर के देव मोबाईल शॉपी से 1 लाख 29 हजार 999 रुपए मूल्य का मोबाईल फाइनांस पर खरीदा. इस मोबाईल के 8 हजार रुपए डाउन पेमेंट उन्होंने अदा किए. पश्चात उसने प्रवीण पाटमासे के नाम पर 1 लॅपटॉप भी खरीदा. चार माह उसने लॅपटॉप की किश्त भी अदा की. लेकिन बाद में किश्तअदा नहीं की. इस कारण प्रवीण पाटमासे ने उससे इस बाबत पूछताछ की. उसने पाटमासे का कॉल उठाना बंद कर दिया. इस कारण प्रवीण पाटमासे ने साईनगर के मोबाईल शॉपी में जाकर पूछताछ की. तब प्रणव यह संबंधित मोबाईल शॉपी का मालिक नहीं है. वह वहां केवल नौकरी करता रहने का पता चला. संबंधित मोबाईल शॉपी अपनी मालकी की है, ऐसा बताकर उसने प्रवीण ही नहीं बल्कि शेगांव वारी करनेवाले और परिचित 10 से अधिक नागरिकों के साथ जालसाजी की रहने का प्रवीण पाटमासे को पता चला. संपूर्ण कागजपत्र प्रवीण पाटमासे के नाम रहने से संबंधित फाइनांस कंपनी की तरफ से पैसों के लिए दबाव डाला गया. इस कारण मोबाईल शॉपी के संचालक रहने का दर्शाकर प्रणव ने 1 लाख 31 हजार रुपए की जालसाजी की. इस प्रकरण में मामला दर्ज किया गया है.
* इन लोगों के साथ हुई जालसाजी
प्रवीण पाटमासे की तरफ प्रणव गुल्हाने ने बिच्छूटेकडी निवासी देवानंद बेलसरे (45), म्हाडा कॉलोनी निवासी धनंजय गिरपुंजे (30), आकाश सपकाल (24), तुकाराम लसनकुटे (48), विशाल अढाउ (35), लता डरांगे (59), प्रफुल्ल पेठे (32), केडिया नगर निवासी शुभम मनोहरे (27), पूनम शेंडे (37) और राहुल नगर निवासी दिनेश वर्धे (35) केे साथ ठगी की हैं.





