ब्रिटेन में मृत युवक का कारंजा में अंतिम संस्कार

अंतिम यात्रा में हिंदू- मुस्लिम एकता के दर्शन

कारंजा (वाशिम)/दि.8 – वाशिम जिले के कारंजा शहर के रहनेवाले युवक अयान खान की ब्रिटेन में डूबने से मृत्यु हो गई. काफी कठिन और पेचीदा प्रक्रिया पूरी करने के बाद अयान खान का पार्थिव भारत और उसके बाद कारंजा शहर लाया गया. अयान पर 14 वें दिन अंतिमसंस्कार किया गया. ‘आर्टीफिशियल इंटेलिजन्स’ और ‘रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी’ का सितारा अयान खान को रविवार को कारंजावासियों ने नम आंखो से अंतिम विदाई दी. अंतिम यात्रा में हिंदू- मुस्लिमों का जनसैलाब उमड पडा था.
कारंजा निवासी आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स और टेक्नॉलॉजिस्ट अयान खान की 25 अगस्त को ब्रिटेन के एडिनबर्ग शहर के पास हारलौ जलाशय में डूबने से मृत्यु हो गई थी. यह जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्यों के पैरोतले जमीन खिसक गई. संपूर्ण कारंजा शहर शोक में डूब गया. अयान का पार्थिव भारत में लाने की बडी चुनौती थी. स्कॉटलैेंड की पेचीदा कानूनी प्रक्रिया में अयान के रिश्तेदार जावेद खान, अरशान खान, रोमान खान ने पुलिस अधिकारी जेनीफर, भारतीय दूतावास के अधिकारी नेगी व हेरियट विद्यापीठ के डायरेक्टर पॉवेरी कैम्पबेल से ऑनलाईन संपर्क किया. अथक प्रयासो के बाद प्रक्रिया पूर्ण हुई और पार्थिव भारत भेजा गया. सांंसद संजय देशमुख, श्याम देशमुख, एआयएमआयएम के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. युसूफ पुंजानी वाहीद शेख समेत विविध संगठना, राजनीतिक दलों के नेता व कार्यकर्ता भी बडी संख्या में अंतिम यात्रा में शामिल हुए. अयान खान को नम आंखो से अंतिम विदाई दी गई. अयान खान के निधन के कारण कारंजा शहर में शोक व्याप्त है.
* केंद्रीय मंत्री गडकरी समेत अनेकों की सहायता
संपूर्ण प्रक्रिया में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विधायक सई डहाके, भाजपा नेता देवव्रत डहाके, मुख्यमंत्री के निजी सहसचिव अमोल पाटनकर, श्याम देशमुख, एआयएमआयएम नेता मो. युसूफ पूंजानी समेत अनेक जनप्रतिनिधि और परराष्ट्र मंत्रालय ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रविवार को तडके 2.40 बजे कतार विमान से अयान का पार्थिव नागपुर हवाईअड्डे पर पहुंचा. कानूनी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद तडके 4.30 बजे पार्थिव परिजनों के हवाले किया गया. नागपुर से एम्बुलंस से सुबह 8 बजे पार्थिव कारंजा पहुंचा. अंतिम दर्शन के लिए हजारों हिंदू- मुस्लिमों की भीड इकट्ठा थी. धार्मिक विधी पूर्ण होने के बाद अंतिम यात्रा निकाली गई. इस अंतिम यात्रा में अमरावती, अकोला, नागपुर, चंद्रपुर सहित अनेक शहरों के नागरिक शामिल हुए थे.

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