धर्मा पाटिल जैसा मुआवजा हमें भी दें
अब्दुल रज्जाक की राजस्व विभाग से मांग

* सरकार से अधिग्रहित जमीन लौटाने कहा
* 33 साल से चल रहा था मामला
अमरावती/ दि. 11 – जिले के राजुरा स्थित खेत सर्वे नं. 29 में स्थित 11 हेक्टेयर 92 आर जमीन सरकार ने प्रकल्प के लिए अधिगृहित की थी. आज 33 वर्षो बाद भी जमीन किसी उपयोग में नहीं लायी गई. ऐसे में जमीन लौटाने अथवा अन्यत्र उतनी ही जमीन देने या फिर चर्चित धर्मा पाटिल प्रकरण जैसा आज के रेट से मुआवजा दिए जाने की मांग इंदला निवासी अब्दुल रज्जाक अब्दुल जब्बार ने की है. अब्दुल रज्जाक ने अमरावती मंडल को बताया कि पहले ही उनके खेत पर किसी ने नाहक बोगस ट्रस्ट बनाकर कब्जा दर्शाया था. उस मामले में भी 18 वर्षो तक लंबी कानूनी लडाई उन्होंने लडी.
* बोगस ट्रस्ट और कब्जा
अब्दुल रज्जाक ने अमरावती मंडल को बताया कि उनके पिता के उपरोक्त खेत पर रउफीया ट्रस्ट बनाकर बोगस कागजात से कब्जा दर्शाया गया था. जबकि सरकार ने प्रकल्प के लिए विगत 23 जून 1992 को जमीन का अधिग्रहण किया था.् बोगस कब्जे की वजह से उन्हें मुआवजा भी नहीं मिल पाया.
* कोर्ट की लंबी लडाई
1992 से ेलेकर 2010 तक अब्दुल रज्जाक और उनके पिता अब्दुल जब्बार ने कोर्ट की लडाई लडी. तब जाकर प्रमुख जिला सिविल कोर्ट ने अब्दुल रज्जाक का दावा मंजूर किया और उन्हें जमीन का मुआवजा देने का आदेश प्रशासन को दिया. आज तक मुआवजा प्राप्त नही होने की शिकायत अब्दुल रज्जाक ने की. उन्होंने जमीन का उपयोग अब तक नहीं हो पाने के कारण उसे लौटा देने की गुजारिश शासन व प्रशासन से की है. उसी प्रकार यह भी कहा कि जमीन के बदले जमीन लेने के लिए भी वे तैयार हैं. उन्होंने मंत्रालय मेंं विष प्राशन करनेवाले किसान धर्मा पाटिल के साथ किए गये सरकार के इंसाफ का उदाहरण देकर वैसा ही न्याय अपने लिए चाहा.





