सरकारी नीति से अवैध धंधे को बढावा
24 से परमीट रुम बेमियादी बंद!

* बढे हुए वैट और लाईसेंस फीस का विरोध
* धंधा करना हुआ दुश्वार, एक के बाद एक बंद हो रहे रेस्टॉरेंट
अमरावती/दि.21 – परमीट रुम असो. ने बढाए गए वैट और परवाना नूतनीकरण फीस के खिलाफ आंदोलन को आगे बढाते हुए शासन द्वारा शीघ्र कोई निर्णय न होने पर आगामी रविवार 24 अगस्त से पूरे राज्य में बेमियादी बंद आंदोलन की चेतावनी दी है. नागपुर में मीडिया को संबोधित करते हुए परमीट रुम असो. के पदाधिकारियों ने सरकार से तत्काल टैक्स और फीस शुल्क कम करने की मांग रखी है. प्रेसवार्ता में राजीव जायसवाल, भागवत गभणे, नितिन मोहोड, किशोर घरड, परविंदर सिंह भाटीया और अन्य बार व रेस्टॉरेंट ओनर्स मौजूद थे.
* अतिरिक्त 10 प्रतिशत वैट अन्याय
होटल दर्शन टॉवर्स में बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बार ओनर्स असो. ने आरोप लगाया कि, परमीट रुम पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त वैट लगाया गया है. यह 2011 से लगातार लागू है. अभी इसमें बढोतरी की गई है. उसी प्रकार परवाना नविनीकरण शुल्क में भारी वृद्धि की गई है, जो बार रुम रेस्टॉरेंट व्यवसायियों के साथ अन्याय है. इससे धंधे पर काफी बुरा असर पडा है. कई लोग परमीट रुम, रेस्टॉरेंट बंद करने की कगार पर है.
* अवैध धंधे को बढावा
असो. ने आरोप लगाया कि, सरकार की नीतियों की वजह से शराब सेवन के अवैध धंधे को प्रोत्साहन मिल रहा है. वाइन शॉप से शराब खरीदकर मनचाही जगह पर खुलेआम सेवन किया जा रहा है. इससे झगडे-टंटे बढने के साथ कानून-व्यवस्था की समस्या भी होने की आशंका है. उसी प्रकार शासन का राजस्व का बडा नुकसान हो रहा है. परमीट रुम असो. ने आरोप लगाया कि, पिछले माह इस बारे में एक दिवसीय हडताल कर शासन को टैक्स और फीस घटाने का अनुरोध किया गया था. अब लगता है कि, बेमियादी हडताल करनी पडेगी. जिससे सरकारी राजस्व का घाटा होगा. साथ ही बार-परमीट रुम में काम करनेवाले युवाओं पर बेरोजगारी की नौबत आएगी. आज हजारों युवाओं को परमीट रुम-बार रेस्टॉरेंट में नौकरी प्राप्त है.





