मोती नगर में मानकर परिवार के निवास पर ज्येष्ठा-कनिष्ठा महालक्ष्मी उत्सव का भव्य आयोजन

अमरावती /दि.3 – स्थानीय मोती नगर निवासी अमित मानकर एवं पूजा मानकर के निवास पर इस वर्ष भी परंपरा अनुसार ज्येष्ठा और कनिष्ठा महालक्ष्मी का आगमन बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा-भक्ति के साथ संपन्न हुआ. यह उत्सव नक्षत्र प्रधान होने के कारण विशेष महत्व रखता है. मान्यता है कि महालक्ष्मी का आगमन अनुराधा नक्षत्र में होता है, स्थापना ज्येष्ठा नक्षत्र में और गमन मूल नक्षत्र में होता है. इसीलिए देवी का पूजन ज्येष्ठा और कनिष्ठा कन्या रूप में किया जाता है.
* 150 वर्ष पुरानी परंपरा
यह महालक्ष्मी मूर्ति मूलतः मानकर परिवार की है, जिनकी उत्पत्ति पांडुर्णा (मध्य प्रदेश) से बताई जाती है. लगभग 150 वर्ष पुरानी दैवी एवं पौराणिक मूर्ति का स्वरूप अत्यंत मोहक और दिव्य है. वर्तमान में यह महालक्ष्मी अमरावती के मोती नगर परिसर में विराजमान होती हैं.
* आकर्षक रूप और दिव्य दर्शन
महालक्ष्मी का स्वरूप हर वर्ष अत्यंत सुंदर, हसमुख और तेजोमय साज-सज्जा के साथ सजाया जाता है. श्रद्धालु पाँच दिनों तक देवी के दर्शन का लाभ उठाते हैं. दर्शनार्थ आने वाले भक्तगण उनकी छटा देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं.
* श्रद्धा और आशीर्वाद
मानकर परिवार का कहना है कि महालक्ष्मी के आशीर्वाद से ही घर-परिवार में समृद्धि बनी रहती है. पीढ़ी-दर-पीढ़ी इस परंपरा की सेवा करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है. मोती नगर क्षेत्र में यह उत्सव धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक परंपरा और भक्ति का अनूठा संगम बन चुका है.

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