यूपीएस-एनपीसएस के विरोध में ‘पेन्शन जनक्रांति’ का महामोर्चा
नागपुर में हजारों कर्मचारी सड़क पर उतरे

* अमरावती से पांच हजार कर्मचारी हुए शामिल
नागपुर/दि.12 -पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र राज्य पुरानी पेंशन संघटना के राज्याध्यक्ष वितेश खांडेकर के नेतृत्व में आज नागपुर विधानभवन के सामने ‘पेन्शन जनक्रांति महामोर्चा’ निकाला गया. राज्यभर से हजारों कर्मचारी इस महामोर्चा में शामिल हुए. कर्मचारियों ने एनपीएस, डीसीपीएस, आरएनपीएस और यूपीएस योजनाओं को पूरी तरह असुरक्षित बताकर कहा कि इनमें निवृत्ति के बाद आर्थिक सहारा नहीं मिलता. उन्होंने सरकार से तत्काल पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की.
1 नवंबर 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दी जाए, नई असुरक्षित योजनाएं रद्द करें और कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित करन की जोरदार मांग इस समय की गई. हजारों की भीड़ के बावजूद आंदोलन शांतिपूर्ण रहा. पुलिस की पुख्ता व्यवस्था रही और कई सामाजिक संगठनों व सेवानिवृत्त कर्मियों ने भी मोर्चे को समर्थन दिया. अमरावती जिले से राज्य पदाधिकारी नामदेव मेटांगे, विभाग प्रमुख योगेश पखाले, जिलाध्यक्ष गौरव काले, जिलासचिव प्रज्वल घोम, प्रवीन निंभोरकर, सुधीर बहादे, कुंदन ठाकूर, कुंदन राठोड समेत लगभग पांच हजार कर्मचारी इस महामोर्चे में शामिल हुए थे.





