ग्रैंड मास्टर दिव्या देशमुख को शासन की तरफ से 3 करोड रुपए का पुरस्कार
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने धनादेश सौंपा

नागपुर/दि.2 – नागपुर निवासी दिव्या देशमुख ने फीडे महिला शतरंज विश्व कप का फाईनल मैच जीतकर शानदार सफलता हासील की. दिव्या का शनिवार 1 अगस्त को नागपुर के सुरेश भट सभागृह में शासन की तरफ से सत्कार आयोजित किया गया था. इस अवसर पर दिव्या को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों 3 करोड रुपए पुरस्कार का धनादेश देकर सम्मानित किया गया. इसके पूर्व भी उसे 1 करोड रुपए का पुरस्कार दिया गया था. इस पर देवेंद्र फडणवीस ने महत्वपूर्ण वक्तव्य करते हुए कहा कि, हम शतरंज खेलते है लेकिन वह राजनीति का रहता है. हमारे भी खेल में नॉक आउट, चेक मैट किया जाता है.
नागपुर के सुरेश भट सभागृह में शनिवार 1 अगस्त को महाराष्ट्र शासन की ओर से ग्रैंड मास्टर दिव्या देशमुख का विश्व विजेता होने पर नागरी सत्कार आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बोल रहे थे. इस अवसर पर मंच पर क्रीडा मंत्री माणीकराव कोकाटे, एड. आशीष जयस्वाल, महाराष्ट्र शतरंज संगठना के अध्यक्ष परिणय फुके, ग्रैड मास्टर दिव्या देशमुख समेत विधायक व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. फडणवीस ने कहा कि, अब खेल में सभी तरफ व्यवसायिक रूप आ रहा है. महाराष्ट्र शासन क्रीडा क्षेत्र को महत्व देता रहने से राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में महाराष्ट्र का नंबर अब अव्वल रहता है. शासन की तरफ से अब खिलाडियों को सभी सुभी सुविधा देने का प्रयास है. पहले अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में खेलने जानेवाले खिलाडियों के साथ प्रशिक्षक को जाने की अनुमति नहीं थी. वहां खिलाडी महत्व का रहता ही है, लेकिन उनके साथ प्रशिक्षक समेत अन्य सुविधा भी महत्व की रहती है. अन्य देशों के खिलाडियों के पास यह सभी सुविधा रहने से अपने खिलाडियों को परेशानी होती थी. इस कारण शासन ने सभी नियम बदल दिए. साथ ही शासन की तरफ से खिलाडियों को अब भारी मात्रा में नकद पुरस्कार भी देना शुरू किया गया है. फडणवीस ने इस अवसर पर यह विशेष रूप से कहा कि दिव्या देशमुख के खाते में शासन ने एक दिन पूर्व ही यानी शुक्रवार को ही आरटीजीएस के माध्यम से 3 करोड रुपए जमा कर दिए है. दिव्या देशमुुख ने भी इस सत्कार पर महाराष्ट्र शासन समेत नागपुर वासियों का आभार माना.





