हतरु क्षेत्र के 15 गांवों में 4 माह से बिजली की आंखमिचौली
पीने के पानी के लिए भी रातभर लगानी पडती है कतार

* विद्युत अभियंता से मिलने पहुंचे आदिवासी
परतवाडा/दि.7 – मेलघाट के अतिदुर्गम हतरु परिसर के 15 गांवों में विगत चार माह से विद्युत आपूर्ति की आंखमिचौली चल रही है. जिसके परिणामस्वरुप जलापूर्ति योजना ठप पड गई है. ऐसे में क्षेत्र के आदिवासियों को रात-रात भर हैंडपंप पर पीने के पानी के लिए कतारें लगानी पडती है. साथ ही अन्य समस्याएं भी निर्माण हुई है. जिससे संतप्त होकर क्षेत्र के आदिवासियों ने आज 7 जुलाई को महावितरण के परतवाडा स्थित कार्यकारी अभियंता से मुलाकात करने का निर्णय लिया. जिसके चलते महावितरण प्रशासन में अच्छा-खासा हडकंप मचा हुआ है.
उल्लेखनीय है कि, मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहनेवाले अतिदुर्गम हतरु परिसर में अब कहीं जाकर रास्तों का निर्माण हुआ है. जिसके चलते यह क्षेत्र शेष दुनिया के संपर्क में आया है, परंतु यहां समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही. जिसके चलते आदिवासियों में अच्छा-खासा रोष व संताप व्यक्त हो रहा है. ज्ञात रहे कि, विगत 25 मार्च को होली का त्यौहार हुआ. जिसके बाद से अब तक विगत चार माह के दौरान केवल नाममात्र के लिए बिजली आती है और अधिकांश समय विद्युत आपूर्ति खंडित रहती है. बिजली की यह आंखमिचौली लगातार चल रही है, जिसके बारे में बार-बार शिकायत करने व निवेदन देने के बावजूद महावितरण द्वारा इसकी कोई गंभीर दखल नहीं ली गई. ऐसे में खोज संस्था के एड. बंड्या साने ने अब सीधे महावितरण के परतवाडा स्थित कार्यकारी अभियंता से आमने-सामने की मुलाकात करने का निर्णय लिया.
* स्वास्थ केंद्र में मरीजों के हालबेहाल
हतरु के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में भी बिजली व पानी की समस्या काफी बिकट हो चली है. यहां पर प्रसूत होनेवाली महिलाओं को भी पानी का अभाव रहने के चलते 72 घंटे के भीतर डिस्चार्ज लेना पड रहा है. साथ ही साथ इस क्षेत्र में दूषित पानी की वजह से जलजन्य बीमारियों का संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है. जिसकी वजह से स्थिति कभी भी बिकट हो सकती है, ऐसी संभावना इस परिसर में स्थित गांवों के सरपंचों व ग्रामवासियों द्वारा जताई गई है.
* रात-रात भर हैंडपंप पर रहती है भीड
विगत चार माह से विद्युत आपूर्ति खंडित रहने के चलते जलापूर्ति योजना भी ठप हो गई है. जिसके परिणामस्वरुप क्षेत्र के आदिवासियों को पीने के पानी हेतु गांव के हैंडपंप पर रात-रातभर कतार लगाकर खडे रहना पडता है. तीन हैंडपंपों का भूगर्भिय जलस्तर नीचे चले जाने के बाद अगले एक घंटे तक इंतजार करना होता है और फिर पानी भरना पडता है. यह सिलसिला पूरी रात चलता रहता है.
* 2 ग्राम पंचायत, 15 शाला व 1 स्वास्थ केंद्र
हतरु परिसर की 2 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 15 गांवों में 15 शालाएं है. साथ ही इस परिसर में एक प्राथमिक स्वास्थ केंद्र व उपकेंद्र, आश्रमशाला व तलाठी कार्यालय आदि आस्थापनाएं भी है. घरपहुंच पानी उपलब्ध करानेवाली जलापूर्ति योजना के पूरी तरह से ठप पड जाने के चलते विद्यार्थियों सहित आम नागरिकों के हालबेहाल हो रहे है.





