‘उसने’ पहले 3 करोड हडपे, फिर और 10 करोड मांगे
‘हनी ट्रैप’ को लेकर जबरदस्त चर्चा, शिकायत ही नहीं रहने के चलते पुलिस हतबल

नाशिक/दि.21 – इस समय लगातार चर्चा में रहनेवाले ‘हनी ट्रैप’ को लेकर अलग-अलग जानकारिया सामने आ रही है. जिसके तहत पता चला है कि, राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को अपने जाल में फासने के बाद उससे पहले 3 करोड रुपए की मांग की गई और इस मांग के पूरा हो जाने पर उससे 10 करोड रुपए मांगे गए. इस भारी-भरकम मांग के चलते वह अधिकारी विचलित हो गया और इस वजह से ही इस हनी ट्रैप वाले मामले का भांडा फूटा.
पता चला है कि, अपर जिलाधीश स्तर के एक अधिकारी ने अपनी इज्जत के भय से 3 करोड रुपए दिए थे. लेकिन 3 करोड देने के बाद उससे और भी अधिक रकम की मांग की गई और इस बार 10 करोड रुपए की भारी-भरकम रकम मांगी गई. यह रकम देने से उक्त अधिकारी द्वारा इंकार किए जाने पर संबंधित महिला ने नाशिक पुलिस के पास अपने लैंगिक शोषण की मौखिक शिकायत दर्ज कराई. जिसके बारे में नाशिक पुलिस द्वारा संबधित अधिकारी से पूछताछ किए जाने पर उस अधिकारी का कहना रहा कि, आपसी समन्वय के जरिए इस मामले का समाधान निकाला जाएगा. इसके कुछ दिन बाद उक्त महिला लिखित शिकायत देने हेतु एक बार फिर पुलिस के पास पहुंची, इसी दौरान संबंधित अधिकारी किसी काम से ठाणे गया था. जहां पर उसकी तबीयत बिगड गई और उस अधिकारी ने ठाणे में ही उक्त महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. परंतु इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता हो गया और दोनों ने परस्पर विरोधी शिकायतों को पीछे ले लिया. ऐसे में चूंकि संबंधित अधिकारी अथवा किसी भी अन्य की ओर से कोई अधिकृत शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. जिसके चलते पुलिस भी इस मामले में हतबल दिखाई दे रही है.
हालांकि इस दौरान शनिवार को पुलिस के एक पथक ने नाशिक स्थित संबंधित होटल की जांच-पडताल की. साथ ही उस होटल के एक खास कमरे को सील कर दिया, ऐसी जबरदस्त चर्चा है. लेकिन नाशिक पुलिस ने इस बात से साफ इंकार किया है, परंतु यह जरुर बताया गया है कि, फिलहाल संबंधित होटल की उस मंजिल व कमरे की ओर जाने से सभी को मनाई की गई है.
* जमीन के मामले की वजह से सामने आया कांड
नाशिक में शरणपुर क्षेत्र स्थित एक जमीन व्यवहार के मामले की वजह से हनी ट्रैप प्रकरण के उजागर होने की चर्चा है. करोडों की मूल्यवाली यह जमीन एक ट्रस्ट की बताई जाती है और इस मामले में कई लोगों के खिलाफ अचानक अपराध भी दर्ज किए गए है. जिसमें कांग्रेस के एक नेता का भी हाथ रहने की चर्चा है.
* कांग्रेस का ‘वह’ नेता कौन?
विधानसभा में राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने उक्त होटल के कांग्रेस नेता का रहने की बात कहते हुए दावा किया था कि, उन्हें उक्त होटल मालिक के नाम की पूरी जानकारी है, लेकिन वे उसके नाम का खुलासा नहीं करेंगे. जिसके बाद से ही नाशिक में संबंधित नेता के नाम की चर्चा चलनी शुरु हो गई. हालांकि अब तक उस नेता का नाम किसी ने भी ‘ऑन रिकॉर्ड’ नहीं लिया है.
* अचानक करोडपति कैसे बने प्रफुल लोढा?
वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि, हनी ट्रैप मामले में अपराध दर्ज रहनेवाले पाहूर निवासी प्रफुल लोढा की आर्थिक स्थिति कुछ साल पहले तक बेहद नाजूक व कमजोर थी. परंतु लोढा के पास विगत 7-8 वर्षों के दौरान ही अचानक करोडों रुपयों की संपत्ति हो गई. यह चमत्कार कैसे हुआ है, इसकी जांच करनी चाहिए.





