‘उस’ आश्रमशाला के मुख्याध्यापक व अधिक्षिका निलंबित

परतवाडा /दि.31– चिखलदरा तहसील अंतर्गत नागापुर स्थित वसंतराव नाईक अनुदानित निवासी आश्रमशाला में पानी की टंकी ढह जाने के चलते एक छात्रा की मौत हो जाने व तीन छात्राओं के घायल होने वाले मामले में शाला के प्रभारी मुख्याध्यापक व छात्रावास की अधिक्षिका को गत रोज निलंबित कर दिया गया.
बता दें कि, विगत मंगलवार को घटित इस हादसे में 14 वर्षीय छात्रा सुमरती सोमा जामुनकर (गंगारखेड निवासी) की मौत हो गई थी. वहीं कक्षा 9 वीं की छात्रा अनिशा भुर्या सेलुकर (15, मेहरुन, तह. चिखलदरा) व राधिका हिरा जामुनकर (15, बिबारावखारी) एवं कक्षा 8 वीं की छात्रा रानी मुंगसा धांडे (14, बिबारावखारी) नामक तीन छात्राएं बुरी तरह से घायल हुई थी. जिन्हें इलाज के लिए परतवाडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए धारणी स्थित एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प कार्यालय के अधिकारियों ने तुरंत ही अनुदानित आश्रमशाला का दौरा करने के साथ ही अचलपुर के उपजिला अस्पताल को भेंट दी. जहां पर इन अधिकारियों को मृतक छात्रा के परिजनों के रोष व संताप का सामना करना पडा. इस समय मृतक छात्रा के परिजनों ने इस हादसे के लिए जिम्मेदार रहनेवाले लोगों पर सदोष मनुष्यवध का अपराध दर्ज किए जाने की मांग उठाई.
* उपजिला अस्पताल में लगातार कडा पुलिस बंदोबस्त
वहीं यह जानकारी भी सामने आई कि, इस हादसे में मंगलवार की शाम मृत हुई छात्रा सुमरती जामुनकर के शव का पोस्टमार्टम बुधवार की दोपहर तक नहीं किया गया था और उसका शव एक पलंग पर खुले में पडा था. वहीं शव विच्छेदन गृह के दरवाजे पर ताला लटका हुआ था. जिसे देखकर उक्त छात्रा के अभिभावकों व रिश्तेदारों ने जबरदस्त हंगामा किया. साथ ही इसकी जानकारी मिलने पर मेलघाट क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार पटेल भी उपजिला अस्पताल पहुंच गए थे. ऐसे में किसी भी संभावित तनाव वाली स्थिति से निपटने के लिए अचलपुर उपजिला अस्पताल में अचलपुर एवं परतवाडा पुलिस का तगडा बंदोबस्त भी लगाया गया था.
* जांच के लिए दो स्वतंत्र समितियां होंगी गठित
पता चला है कि, इस मामले की जांच दो स्वतंत्र समितियों के मार्फत की जाएगी. इसी बीच मृत छात्रा के परिजनों को एकात्मिक आदिवासी प्रकल्प कार्यालय एवं आदिवासी आश्रमशाला संस्था की ओर से एक-एक लाख रुपए का सानुग्रह अनुदान दिए जाने तथा नियमानुसार अतिरिक्त अनुदान दिलवाने हेतु सरकार के पास प्रस्ताव भेजे जाने की जानकारी प्रभारी सहायक प्रकल्प अधिकारी द्वारा दी गई है.
* शाला ने नहीं किया था सूचित
इस हादसे में मृत हुई सुमरती जामुनकर के माता-पिता ने बताया कि, उन्हें इस घटना की जानकारी आश्रमशाला प्रबंधन की ओर से नहीं दी गई. बल्कि मंगलवार की शाम घटित हादसे में उनकी बेटी की मौत होने की जानकारी उन्हें बुधवार को किसी अन्य जरिए से पता चली.
* इन कैमरा हुआ पीएम
बुधवार को दोपहर 2 बजे के आसपास अचलपुर उपजिला अस्पताल में मृतक छात्रा के शव का इन कैमरा पोस्टमार्टम किया गया. जिसके बाद शव को अंतिम संस्कार हेतु उसके परिजनों के हवाले किया गया.
* तो टल सकता था हादसा
इस हादसे के बाद कई गंभीर बाते चर्चा में आई है. पता चला है कि, उक्त पानी की टंकी कमजोर व जर्जर रहने की बात छात्राओं द्वारा शाला प्रबंधन के ध्यान में लाकर दी गई थी. साथ ही शाला निरीक्षक का भी इसकी ओर ध्यान दिलाया गया था. परंतु उसकी दुरुस्ती कराने की बजाए शाला प्रशासन ने पानी की टाकी पर केवल सफेद चूना मारते हुए अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली थी.





