प्रमाणपत्रों के रद्द होते ही 331 लोग लापता कैसे?
भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया का सवाल

* अचानक ही अमरावती दौरे पर पहुंचकर पुलिस से की चर्चा
* लापता होनेवाले 50 लोगों की सूची सौंपी शहर पुलिस को
* सभी ‘अनट्रेसेबल’ लोगों को जल्द से जल्द ट्रेस करने कहा
* अन्यथा कार्रवाई नहीं होने पर धरना देने का दिया अल्टीमेटम
अमरावती/दि.10 – अमरावती शहर सहित जिले में बाहर से आकर बसे बांग्लादेशियों व रोहिंग्याओं द्वारा स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर फर्जी तरीके से विलंबित जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाए जाने का सतत आरोप लगानेवाले भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया आज अचानक ही अमरावती के दौरे पर पहुंचे और उन्होंने इसी मुद्दे पर गाडगे नगर पुलिस थाने को भेंट देने के साथ ही शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया से भी मुलाकात करते हुए चर्चा की. गाडगे नगर पुलिस थाने के पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा के उपरांत बाहर निकलते समय पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने स्थानीय मीडिया कर्मियों से भी बात की और अमरावती मनपा क्षेत्र में अमरावती तहसील कार्यालय के नायब तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी विलंबित जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों को रद्द किए जाने के संदर्भ में की गई कार्रवाई पर संतोष भी जताया. साथ ही यह आरोप भी लगाया कि, अमरावती मनपा द्वारा संदेहित जन्म प्रमाणपत्रों को रद्द किए जाते ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऐसे प्रमाणपत्र हासिल करनेवाले 331 लोग अचानक ही अमरावती शहर से लापता हो गए है. जो निश्चित तौर पर बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठिए थे. ऐसे में उन लोगों को तुरंत खोजे जाने की जरुरत है.
इस समय गाडगे नगर पुलिस थाने में शहर पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे, अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी बचाटे व गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के थानेदार अतुल वर के साथ चर्चा करते हुए भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने डीसीपी शिंदे को लापता हुए 50 संदिग्धों की सूची सौंपने के साथ ही उन लोगों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने और उन्हें खोज निकालने के साथ ही उनके खिलाफ त्वरीत कडी कार्रवाई करने की भी मांग की. इस समय भाजपा नेता किरीट सोमैया ने यह दावा भी किया कि, इन 331 लोगों ने जन्म के सबूत के तौर पर आधार कार्ड का प्रयोग किया था. लेकिन आधार कार्ड पर दर्ज जन्म तिथि व प्रमाणपत्र में दर्ज जन्म तिथि में काफी अंतर है. साथ ही इन 331 लोगों द्वारा जन्म प्रमाणपत्र तैयार करवाने हेतु अपना जो पता लिखवाया गया था, वह पते भी पूरी तरह से फर्जी पाए गए है तथा मनपा प्रशासन द्वारा संदेहित व नियमबाह्य जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्रों को रद्द किए जाते ही वे 331 लोग अचानक ही लापता हो गए है. जिसका सीधा मतलब है कि, वे लोग घुसपैठिए थे और उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों के साथ मिलिभगत करते हुए फर्जीवाडा कर विलंबित जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र हासिल किए थे.
गाडगे नगर पुलिस थाने में करीब आधे घंटे तक पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा करने और उन्हें तमाम आवश्यक सबूतो के साथ लापता हुए लोगों में से 50 लोगों के नामों की सूची सौपने के उपरांत भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने शहर पुलिस आयुक्तालय पहुंचकर सीपी अरविंद चावरिया सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ भी चर्चा की. जिसके उपरांत पूर्व सांसद सोमैया ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि, सीपी चावरिया ने उन्हें इस मामले में 7 दिन के भीतर ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. साथ ही सोमैया ने यह भी कहा कि, यदि पुलिस द्वारा इस मामले में जल्द से जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे गाडगे नगर थाने के सामने धरना प्रदर्शन करना शुरु करेंगे.
* विधायक सुलभा खोडके को शायद व्याकरण की समझ कम!
इस समय जब पूर्व सांसद सोमैया से यह जानने का प्रयास किया गया कि, महायुति में ही शामिल रहनेवाली अमरावती की विधायक सुलभा खोडके ने आज सुबह ही प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, एक भी जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र को रद्द नहीं होने दिया जाएगा, तो इस जवाब देते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि, संभवत: विधायक सुलभा खोडके को सरकारी पत्रों की भाषा से संबंधित व्याकरण की समझ नहीं है या फिर हम उनके कहे का व्याकरण नहीं समझ पा रहे. सोमैया के मुताबिक मनपा प्रशासन की ओर से जारी पत्र में स्पष्ट लिखा हुआ है कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में नायब तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी प्रमाणपत्रों को खारिज कर दिया गया है. ऐसे में अब रद्द नहीं होने देने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता.
* जिन्हें लव-जिहाद चलता है, उन्हें वोट-जिहाद भी चलता है
कुछ समय पहले ही अमरावती केकांग्रेस सांसद बलवंत वानखडे सहित कांग्रेस नेत्री व पूर्व मंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने आरोप लगाया था कि, भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया द्वारा विलंबित जन्म प्रमाणपत्रों के मुद्दे को हवा देते हुए अमरावती शहर सहित जिले के वातावरण को खराब किया जा रहा है. जिसकी ओर ध्यान दिलाए जाने पर पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि, कांग्रेस सहित शिवसेना उबाठा व शरद पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा वोट बैंक की राजनीति की जाती है. यही वजह है कि, वे लोग कभी भी लव-जिहाद जैसे मुद्दे को लेकर भी आवाज नहीं उठा पाते, तो ऐसे लोगों से वोट-जिहाद जैसे मुद्दे के खिलाफ बोलने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती. साथ ही भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि, केवल वोट बैंक की राजनीति को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस द्वारा देश के अलग-अलग हिस्सो में घुसपैठियों को स्थायी रुप से बसाने का काम किया जा रहा है. लेकिन कांग्रेस का यह कृत्य देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है.
* सभी संदेहित प्रमाणपत्र धारकों के खिलाफ हो कार्रवाई
इस समय स्थानीय मीडिया द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि, उन्होंने तमाम पुख्ता सबूतो के साथ त्रुटीपूर्ण व नियमबाह्य प्रमाणपत्रों के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी और उनके द्वारा दर्ज शिकायतों पर नियमानुसार कार्रवाई होना अपेक्षित है. साथ ही किरीट सोमैया ने यह भी कहा कि, संदेहित प्रमाणपत्रों के आधार पर जिन-जिन लोगों ने किसी भी तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ लिया होगा, उनसे उस लाभ की भरपाई भी की जानी चाहिए. साथ ही किरीट सोमैया ने यह भी कहा कि, फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों के खिलाफ उनका संघर्ष आगे भी इसी तरह से जारी रहेगा.
* सरकार भले हमारी है, लेकिन सिस्टीम में अब भी ‘उनके’ कुछ लोग
इस समय मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने यह भी कहा कि, आज भले ही देश सहित राज्य में राष्ट्रहित को पहली प्राथमिकता देनेवाली भाजपा की सरकारे है. परंतु प्रशासन यानि सिस्टीम में अब भी कई लोग विपरित विचारधारा वाले है. ऐसे ही लोगों ने एजेंटों के जरिए बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र उपलब्ध कराए. जिससे घुसपैठियों को बढावा मिला. लेकिन अब ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों को भी जांच के दायरे में लिया जाएगा और उनके खिलाफ जल्द से जल्द कडी कार्रवाई भी की जाएगी.





