अब कैेसे जीयूं, क्या आत्महत्या कर लूं?
कंधे तक पानी में खडे रहकर किसान ने सरकार से पूछा सवाल

बुलढाणा /दि.29 – सिंदखेड राजा तहसील के राहेरी परिसर में शनिवार की रात एक बार फिर अतिवृष्टि हुई और बादल फटने जैसे हालात बने. जिसके चलते तुअर, सोयाबीन व कपास सहित खरीफ सीजन की सभी फसले पानी में डूब गई है और कई खेतों में आदमकद स्तर तक पानी भर गया है. ऐसे में अपनी आंखों के सामने अपनी फसलों को बर्बाद होता देख एक किसान ने कंधे तक पानी से भरे अपने खेत में खडे रहकर सरकार से जानना चाहा है कि, वह अब कैसे जीए, और क्या अब आत्महत्या ही कर ले. समाधान गवई नामक किसान का यह वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
बता दें कि, इस समय एक के बाद एक आसमानी संकटों की श्रृंखला ही चल रही है और बारिश का संकट लगातार कायम है. जिसके चलते मुंह तक आया निवाला किसानों के हाथ से छीन गया है. अब तक हरीभरी फसलों से लहलहाती खेती अब पानी के नीचे डूबकर तालाब बनी दिखाई दे रही है. विगत कुछ सप्ताह से लगातार हो रही अतिवृष्टि के चलते किसानों का आर्थिक गणित गडबडा गया है. पहले ही महंगाई के चंगूल में फंसे किसानों को अब कर्ज की अदायगी, खाद व बीज के पैसों तथा घर खर्च की चिंता सता रही है. इसी बीच राहेरी गांव निवासी समाधान गवई नामक किसान ने अपने खेत में सिर तक भरे पानी में खडे रहकर अपनी फसल को खोजने का प्रयास किया. साथ ही सरकार से जानना चाहा कि, वह अब कैसे जीए, और क्या वह अब आत्महत्या ही कर ले.





