प्रशासन ही मुट्ठी में गुहार किससे लगाएं ?
तमीज खान व परिवार ने किया सवाल

* शिराला में ग्रापं सदस्य ईसामुद्दीन मुनिरूद्दीन द्बारा अतिक्रमण का मामला
अमरावती/ दि. 9 – अमरावती तहसील के शिराला ग्राम पंचायत अंतर्गत आनेवाले सार्वजनिक मार्ग पर ग्राम पंचायत सदस्य ईसामुद्दीन मुनिरूद्दीन ने अतिक्रमण पर अपना मकान बनाया है. पिछले 8 माह की लडाई के बाद प्रशासन की ओर से बीडीओ सुदर्शन टोपे को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए जा रहे है. लेकिन वे यह अतिक्रमण हटाने तैयार नहीं है. 8 माह से न्याय की गुहार लगाते हुए जिलाधीश कार्यालय के सामने जारी सांकेतिक अनशन के बाद अब मंगलवार 9 सितंबर से जिला परिषद कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन आंदोलन किया जायेगा. यह जानकारी तमीज खान ने पत्रकार परिषद में दी.
सोमवार को आयोजित पत्रकार परिषद में जानकारी देते हुए तमीज खान ने बताया कि अमरावती तहसील का शिराला गांव तिवसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में आता है. यहां के ग्राम सदस्य ईसामुद्दीन मुनिरूद्दीन भाजपा के पदाधिकारी है. जो आए दिन ग्रामवासियों पर रौब झाडने की कोशिश करते हैं. हमारे घर के सामने ग्राम पंचायत ने 12 फुट की सडक बनाई थी. इसके लिए शासन ने 12 लाख रूपए खर्च किए. लेकिन ईसामुद्दीन ने आने जाने के लिए इस्तेमाल होनेवाले रास्ते पर ही अपना मकान बनाया है. जिसके कारण हमारे परिवार का आने जाने का रास्ता ही बंद हो गया है. हम गरीब परिवार के है. बैंकों से कर्ज लेकर हमने टैम्पों खरीदा. उसकी ईएमआय भरनी है. लेकिन सदस्य ईसामुद्दीन ने रास्ते पर ही अपना मकान बनाया रहने से यह टैम्पों घर के प्रांगण से बाहर नहीं निकल रहा है. इस कारण ईएमआय की राशि कहा से भरे. यह सवाल निर्माण हो रहा है. पिछले 200 दिनों में इस रास्ते पर बने अतिक्रमण को हटाने के लिए संभावित सभी कार्यालयों को 250 से अधिक आवेदन किए है. पिछले 4 माह यानी 120 दिनों से पूरा परिवार जिलाधीश कार्यालय के सामने सांकेतिक अनशन पर बैठा है. फिर भी हमें न्याय नहीं मिल रहा है. यहां तक की हमने लोकशाही दिवस, सूचना का अधिकार, भूमि अभिलेख कार्यालय में सुनवाई जैसे नियमानुसार अपनाए जानेवाले सभी रास्तों पर अमल कर कानूनी रूप से लडाई लडने की कोशिश की है. हर प्रशासकीय अधिकारी ने पहले तो सकारात्मक पहल की. लेकिन अब वे भी कन्नी काट रहे है. अधिकारी बीडिओ टोपे को अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए गये है. इसके बावजूद वे कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है. आखिरकार हमारे पास पूरे दस्तावेज होने तथा सदस्य ईसामुद्दीन द्बारा रास्ते पर अतिक्रमण के पूरे दस्तावेज होने के बाद भी अब प्रशासन हमें कानूनी लडाई लडने की सलाह दे रहा है. इसलिए अब अपने आंदोलन को अधिक तीव्र करते हुए मैं स्वयं जिला परिषद के सामने मंगलवार 9 सितंबर से दो दिनों के लिए बेमियादी आंदोलन करूंगा. इसमे हमारा पूरा परिवार शामिल रहेगा. विशेष यह कि ग्राम पंचायत सदस्य ईसामुद्दीन परिवार को दो बार पीएम आवास योजना के पैसे मिले है. उससे उन्होंने रास्ते में यह मकान बनाया है. परिवार की महिला सदस्य नसरीन बानों ने कहा कि अब तो ऐसा लग रहा है कि हमें भी हिन्दू धर्म स्वीकार लेना चाहिए, तभी हमें न्याय मिलेगा. पत्रकार परिषद में सोहेल खान, सुलतान खान, अरबाज खान, अलफिया खान, शुमायला खान, तौसीफ खान, वसीम खान, सैफुल्ला खान आदि उपस्थित थे.





