मजाक में पूछा मार दूं क्या और सच में जान से मार दिया

विवाहबाह्य प्रेमसंबंध का हुआ भयानक अंत

* विवाहिता के मृत्यु मामले में आया नया मोड
बुलढाणा/दि.16 – हाल ही में बुलढाणा जिले के पेनटाकली बांध से एक महिला का पानी में डूबा हुआ शव बरामद हुआ था. जिसे लेकर विवाहिता के भाई द्वारा आरोग लगाया गया था कि, उसकी बहन ने पति व ससुरालियों द्वारा की जानेवाली मानसिक प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी. लेकिन जब पुलिस ने इस पूरे मामले की सघन जांच की, तो पता चला कि, यह आत्महत्या का नहीं, बल्कि हत्या का मामला है और उस विवाहिता के साथ विवाहबाह्य प्रेमसंबंध में रहनेवाले उसके ही देवर मधुकर श्यामराव गायकवाड ने विवाहिता द्वारा बार-बार की जानेवाली पैसों की मांग से तंग आकर उसे मौत के घाट उतारा था तथा उसके शव को पेनटाकली बांध के पानी में फेंक दिया था. खास बात यह भी सामने आई कि, आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले उक्त विवाहिता के गले में रस्सी का फंदा डालते हुए उससे मजाक करनेवाले अंदाज में पूछा था कि, क्या मैं तुम्हें मार दूं और जब इस बात को हंसी-मजाक समझकर उक्त विवाहिता ने अपने साथ प्रेमसंबंध रहनेवाले अपने देवर को हां कहा, तो उस प्रेमी देवर ने रस्सी का फंदा कंसते हुए अपनी प्रेमिका रहनेवाली अपनी भाभी का गला घोंटकर उसे मौत के घाट उतार दिया. इस तरह से एक विवाहबाह्य प्रेमसंबंध का भयानक अंत हुआ.
बता दें कि, मृतका के भाई द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने मृतका के पति, सास-ससुर व देवर के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया था. इस समय पुलिस द्वारा कडाई के साथ की गई पूछताछ के दौरान मृतका का देवर रहनेवाले मधुकर श्यामराव गायकवाड ने पुलिस को बताया कि, उसका उसकी भाभी के साथ विगत करीब तीन वर्षों से विवाहबाह्य प्रेमसंबंध चल रहा था और वह अक्सर अपनी भाभी को मोटरसाइकिल पर बिठाकर बाहर घूमाने हेतु ले जाया करता था. उसकी भाभी उस पर हमेशा ही अपने साथ विवाह करने का दबाव बनाया करती थी. जिसके चलते उसने अपनी भाभी को मोली गांव स्थित मंदिर में लेजाकर कुकू लगाते हुए विवाह करने का स्वांग भी रचा था और भाभी द्वारा की गई मांग के अनुसार उसके पुराने मंगलसूत्र को तोडकर अपने हाथों से एक नया मंगलसूत्र उसके गले में पहनाया था. लेकिन बार-बार होनेवाली पैसों की मांग की वजह से वह त्रस्त हो गया था और विगत दो माह से भाभी की हत्या कर इस झंझट से हमेशा के लिए मुक्त होने का विचार कर रहा था. जिसके बाद 29 जून को उक्त महिला अपने पति व देवर के साथ खेत में सोयाबीन की फसल देखने के लिए गए, जहां पर दोपहर डेढ बजे के आसपास जब उक्त महिला का पति खेत में बकरियां चरा रहा था, तो उक्त महिला ने अपने पति को हाथ के इशारे से घर जाने की बात कही और वह खेत से निकल गई. जिसके पीछे मधुकर गायकवाड भी अपनी दुपहिया लेकर निकला और वे दोनों पेनटाकली बांध के पास पहुंचे. जहां पर साथ बैठकर बातचीत करने के दौरान मधुकर गायकवाड ने अपने साथ लाई गई रस्सी निकालकर उसे उक्त महिला के गले में डाला और उससे हंसी-मजाक वाले अंदाज में पूछा कि, मैं तुम्हें जान से मार दू क्या, इस बात को हंसी-ठिठोली समझकर जब उक्त महिला ने प्यार भरे अंदाज में कहा कि, हां, मार डालो, तो मधुकर ने अपने दोनों हाथों से पूरी ताकत के साथ रस्सी के जरिए उक्त महिला का गला घोंट दिया और उसे मौत के घाट उतारने के बाद शव को पेनटाकली बांध के पानी में लाकर डाल दिया. साथ ही शव किसी को दिखाई न दे, इसके लिए मधुकर गायकवाड ने शव पर एक भारी पत्थर भी रख दिया, ताकि शव पानी में डूबा रहे. साथ ही साथ मधुकर ने उक्त महिला के टिफीन वाली थैली, चप्पल व गला घोटने हेतु प्रयुक्त रस्सी जैसे साहित्य को भी बांध के पानी में फेंक दिया. जिसके बाद वह वहां से चला गया. इसके उपरांत जब उक्त महिला की खोजबीन शुरु हुई और उसका शव बांध के पानी से बरामद हुआ तो पुलिस ने पहले इसे आत्महत्या का मामला माना. लेकिन जांच के दौरान पूरी असलियत उजागर हो गई.

Back to top button