मनपा में राष्ट्रवादी की सत्ता आयी तो विकास की आंधी
राकांपा नेता अविनाश मार्डीकर का दावा

* युवाओं को आधी सीटें, सक्षम महिलाएं उम्मीदवार हमारे पास
* सभी प्रमुख नाम उतरेंगे मैदान में, विजय का भी किया क्लेम
* विधायक संजय खोडके, विधायक सुलभा खोडके का सुलझा हुआ नेतृत्व व दृष्टिकोण
अमरावती/ दि. 18- महापालिका में इस बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पूरे दमखम से चुनाव लडने जा रही है. सभी 87 स्थानों पर सक्षम प्रत्याशी हमारे पास तैयार हैं. हमारे उम्मीदवार युवाओें के साथ- साथ अनुभव का बेहतरीन तालमेल रहनेवाला है. सभी प्रमुख नाम चुनाव लडने की घोषणा राकांपा नेता अविनाश मार्डीकर ने की. चुनावी गतिविधियों की व्यस्तता के बावजूद अमरावती मंडल से अविनाश मार्डीकर ने समय निकालकर बातचीत की. उन्होंने यह भी दावा किया कि विधायक संजय खोडके और विधायक सुलभा खोडके के सक्षम, कुशल, विजनपूर्ण नेतृत्व के कारण राकांपा की मनपा में सत्ता आनेवाली है. मनपा में राष्ट्रवादी की सत्ता आने पर अमरावती में विकास की आंधी का दावा भी पूर्व मनपा स्थायी समिति सभापति ने किया.
* गठजोड का फैसला श्रेष्ठी के हाथ
अविनाश मार्डीकर ने स्पष्ट कर दिया कि महायुति के घटक दलों के साथ मनपा चुनाव में तालमेल का मसला श्रेष्ठी के पास हैं. स्थानीय स्तर पर अमरावती ईकाई ने संपूर्ण तैयारी कर ली है. पार्टी के पास सभी 87 स्थानों पर सक्षम प्रत्याशी होने का दावा भी उन्हों ने किया. मार्डीकर ने घोषणा कर दी कि पार्टी आदेश पर वे स्वयं, प्रशांत डवरे, जयश्री मोरे, रीना नंदा, गुड्डू धर्माले, जीतू ठाकुर, रतन डेंडूले, प्रा. डॉ. अजय बोंडे सहित अनेक निवर्तमान नगरसेवक चुनाव लडने जा रहे हैं.
* बीजेपी के नेता आयेंगें राकांपा में
अविनाश मार्डीकर ने दावा किया कि राकांपा के पास अपने 300-400 दावेदार मनपा चुनाव के हैं. पार्टी ने सभी 87 स्थानोें पर प्रभावी, जीताउ उम्मीदवार उतारने का निर्णय किया है.् इतना ही नहीं तो बीजेपी और शिवसेना के कई पदाधिकारी, नेतागण राष्ट्रवादी में आने के इच्छुक रहने का दावा भी महाापालिका के अनेक चुनाव सफलतापूर्वक लड चुके मार्डीकर ने किया. उन्होंंने कहा कि युवाओं को 50 प्रतिशत से अधिक सीटों पर उनकी पार्टी मोैका देने जा रही है. महिलाएं भी बडी संख्या में घडी निशानी पर लडने के लिए तैयार है.
* सुलभा ताई ने किए सर्वाधिक कार्य
विपक्ष खासकर कांग्रेस के मुस्लिम बहुल भागों में विधायक सुलभा खोडके द्बारा काम न किए जाने के आरोपों का जोरदार उत्तर अविनाश मार्डीकर ने दिया. उन्होंने दावा किया कि सुलभा ताई ने मुस्लिम क्षेत्र में सर्वाधिक कार्य किए हैं. अब तक किसी विधायक ने इतना काम मुस्लिम भागों में न किया होगा, इस अंदाज में मूलभूत सुविधाओं और योजनाएं सुलभाताई ने लायी और साकार की. अविनाश मार्डीकर ने यह भी कहा कि विपक्ष का काम होता है आरोप लगाना. वह भले ही अपना काम करें. सुलभा ताई ने भरपूर कार्य शहर विकास के क्षेत्र में किए हैं. तथापि उन्होंने स्वीकार किया कि सुलभाताई विधायक होने से प्रशासन को आदेश दे सकती हैं. कतिपय मामलों में काम न हुए हो तो उन्हें पूर्ण करवाने की जिम्मेदारी नगरसेवकों की होती है. 4 वर्षो से महापालिका में नगरसेवक ही न थे. प्रशासक राज चल रहा था. अब चुनाव के साथ जनप्रतिनिधि सदन में होंगे. वे तत्परता से और प्रभावी रूप से मूलभूत सडक, बिजली, पानी और नालियां, सर्विस गलियों, साफ सफाई के काम करवायेंगे.
* हमारे पदाधिकारी जनता के बीच रहनेवाले
अविनाश मार्डीकर ने दावा किया कि राकांपा के पदाधिकारी और अमूमन सभी इच्छुक जनता के बीच रहकर काम करनेवाले कार्यकर्ता है. सामान्य लोगों के साथ उनके प्रश्नों और समस्याओं को हल करने के लिए तत्पर हैं. उन्होंने अनेक नाम भी गिनाए. इन्ही के बूते महापालिका में राष्ट्रवादी की सत्ता आने का दावा युवा राकांपा नेता ने किया. उन्होंने कहा कि विधायक संजय खोडके और विधायक सुलभा खोडके के विकास विजन, समस्याओं के तत्काल निराकरण के बलबूते महापालिका चुनाव में राष्ट्रवादी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने तत्पर है.
* साफ सफाई का मुद्दा बहुत बडा
मनपा स्थायी समिति सभापति रह चुके अविनाश मार्डीकर ने शहर के विकास के मुद्दों के साथ ही साफ सफाई का मसला काफी बडा होने की बात कही. उन्होंने कहा कि स्वच्छता के अभाव में स्वास्थ्य की शिकायतें बढती है. उसी प्रकार मनपा चुनाव स्वच्छता, जलापूर्ति, रास्ते, नालियां, स्ट्रीट लाइट के मुद्दों पर लडा जाता है. राष्ट्रवादी उसमें विकास का विजन जोडने जा रही है. अमरावती में बेहतरीन विकास प्रकल्प लाने का दावा उन्होंने किया और चुनाव में राष्ट्रवादी के युवा और दमदार उम्मीदवारों को अवसर देने की अपील भी कर डाली. उन्होंने पार्टी के एकजुट होने और श्रेष्ठी के आदेश पर अकेले ही संपूर्ण दल बल के साथ चुनाव लडने एवं सफल होने का दावा किया.
* इसीलिए कहते नगरसेवक
अविनाश मार्डीकर ने कहा कि जनता के बीच रहकर रोजमर्रा की समस्याओं के निराकरण का माद्दा (शक्ति) रखनेवाले उम्मीदवार नगरसेवक बनने चाहिए. जनता के बीच रहने से ही उन्हें नगरसेवक कहा जाता है. राष्ट्रवादी के पास ऐसे सुशिक्षित और प्रभावी प्रत्याशियों की बहुतायत है. टिकट वितरण में पार्टी को दिक्कत जा रही है. एक- एक सीट पर पांच- पांच मजबूत दावेदार दावा कर रहे हैं.





