अगर गंदगी में ही रहना है, तो सीधे कमल को वोट दें
एड. प्रकाश आंबेडकर का भाजपा पर तीखा हमला

अकोला/दि23 – आगामी महापालिका चुनावों की पृष्ठभूमि में वंचित बहुजन आघाड़ी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अकोला के बुद्धिजीवी नागरिकों को तय करना होगा कि उन्हें गंदगी में रहना है या विकसित शहर चाहिए. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, अगर गंदगी में ही रहना है तो सीधे भारतीय जनता पार्टी यानी कमल को मतदान करें.
शहर में आयोजित पत्रकार परिषद में एड. आंबेडकर ने वंचित बहुजन आघाड़ी की भूमिका और विकास का रोडमैप स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि अकोला की तुलना में अन्य शहरों का तेजी से विकास हुआ है, लेकिन अकोला पीछे रह गया है. शहर के समग्र विकास के लिए ठोस मुद्दों पर काम करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए बंदिस्त क्रीडांगण, कर नीति में सुधार और नागरिकों पर लगने वाले अनावश्यक करों से राहत जरूरी है. स्व. धनश्री देव द्वारा दायर याचिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि महापालिका में वंचित की सत्ता आती है तो करों के माध्यम से अकोलेकरों की हो रही लूट बंद की जाएगी.
एड. आंबेडकर ने पानी की समस्या पर भी सत्ताधारी भाजपा को घेरा. उन्होंने कहा कि वंचित का महापौर रहने के दौरान एक दिन छोड़कर पानी की आपूर्ति होती थी, जबकि अब नौ-नौ दिन में एक बार पानी दिया जा रहा है. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, जिन्हें नौ दिन में पानी चाहिए, वे खुशी-खुशी भाजपा को वोट दें. उन्होंने आरोप लगाया कि शहर के पानी की जरूरतों के लिए दगडपारवा बांध की अनदेखी की गई है. खुले नाट्यगृह की हालत खराब हो चुकी है और नए निर्माण की जरूरत है. शहर में कचरा एक गंभीर समस्या बन चुका है, जिसके लिए विभागवार डंपिंग ग्राउंड और कचरा प्रसंस्करण जरूरी है, लेकिन भाजपा सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
एड. आंबेडकर ने कहा कि किराएदार दुकानदारों पर की गई किराया वृद्धि को सत्ता में आने पर आधा किया जाएगा. साथ ही बाजार व्यवस्था के लिए नई संकल्पना लागू की जाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि जनता बाजार को रिलायंस को देने की साजिश की जा रही है, जिसका वंचित बहुजन आघाड़ी विरोध करती है. मोर्णा नदी पर जल परियोजना बनाकर पानी रोके जाने से शहर के तापमान में कमी और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी, ऐसा भी उन्होंने कहा. वंचित की सत्ता आने पर केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लागू करने के लिए महापालिका को एक प्रभावी एजेंसी के रूप में काम में लिया जाएगा, जिससे निधि की कोई कमी नहीं रहेगी.
अंत में उन्होंने कहा कि अकोला के मतदाताओं के मन में धर्म और जाति को भर दिया गया है, जिससे बाहर निकलने की जरूरत है. शहर में उद्योग, व्यापार और रोजगार केंद्र विकसित करने के लिए महापालिका को आगे आना होगा. शहर और आने वाली पीढ़ी के विकास के लिए धर्म और जाति से ऊपर उठकर सोचना होगा, ऐसा आह्वान एड. प्रकाश आंबेडकर ने किया.





