अवैध बोर ब्लास्टींग को किया जाए तुरंत बंद

जिला ट्रैक्टर ब्लास्टींग युनियन ने उठाई मांग

* जिलाधीश कार्यालय के समक्ष चल रहा आमरण अनशन
अमरावती/दि.14 – वर्ष 2022 में राज्य के तत्कालिन राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल द्वारा जिलाधीश कार्यालय को बोर ब्लास्टींग बंद करवाने के संदर्भ में आदेश देने के बावजूद पूरे जिलेभर में बोर ब्लास्टींग का काम अवैध तरीके से चल रहा है. जिसके चलते नियमानुसार ब्लास्टींग का काम करनेवाले ट्रैक्टरधारक तथा मजदूर व कामगार बेरोजगार हो गए है. साथ ही साथ जिलेभर की खदानों में अवैध तरीके से नियमबाह्य बोर ब्लास्टींग होने के चलते कुओं का पानी सूख रहा है. साथ ही पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा भी पैदा हो रहा है. अत: जिले में बोर ब्लास्टींग को तुरंत प्रतिबंधित किया जाए, इस आशय की मांग का ज्ञापन जिलाधीश को सौंपने के साथ ही जिला ट्रैक्टर ब्लास्टींग युनियन ने जिलाधीश कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करना शुरु कर दिया है.
जिला ट्रैक्टर ब्लास्टींग युनियन ने यह भी आरोप लगाया कि, इस बारे में बार-बार शिकायते दिए जाने के बावजूद जिला खनिकर्म विभाग ने आज तक किसी भी बोर ब्लास्टींग करनेवाले व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. जिसके चलते खुद युनियन के सदस्यों ने कई बार खदानों पर धावा बोलकर बोर ब्लास्टींग के मामले पकडे. लेकिन इसके बावजूद भी संबंधितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसका सीधा मतलब है कि, जिला खनिकर्म विभाग द्वारा बोर ब्लास्टींग को रोकने हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे. ऐसे में ट्रैक्टर ब्लास्टींग युनियन ने इसके खिलाफ आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है.
ज्ञापन सौंपते समय रवींद्र कालबांडे, विद्यासागर होले, भास्कर धानोरकर, उमेश वानखडे, शेख इरफान शेख अब्बास, नरेश गवली, शैलेश कालबांडे, अमोल निंभोरकर, नीलेश खंडारे, किसन राठोड व अजय गवली आदि उपस्थित थे.

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