किसानों का कर्ज तत्काल माफ करें
तहसील शिवसेना प्रमुख नितीन हटवार के नेतृत्व में तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/दि.9 – तहसील शिवसेना प्रमुख नितीन हटवार के नेतृत्व में किसानों का कर्ज माफ करने समेत विभिन्न मांगो को लेकर शिवसैनिकों ने तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकाला और तहसीलदार विजय लोखंडे को अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपा.
नितीन हटवार ने कहा कि किसान आत्महत्या की संख्या दिनोंदिन बढती जा रही हैं और कृषि व्यवसाय घाटे का सौदा होता जा रहा है. विधानसभा चुनाव के दौरान वर्तमान और पिछली सरकार ने किसानों से पूरा कर्ज माफ करने का वादा किया था. लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार द्बारा इस संबंध में कोई ठोस निर्णय नहीे लिया गया है. इससे किसानों में भारी असंतोष व्याप्त हैं. हटवार का कहना था कि खेती जो किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों की आजीविका का मुख्य स्त्रोत है और कृषि उपज को गारंटी दाम और उचित बाजार नहीं मिल रहा है. इसलिए उत्पादन लागत वसूलना मुश्किल हो गया है. इसलिए राज्य सरकार को तुरंत मध्यम अवधि के सिंचाई और उपकरण कर्ज, शेड-नेट, पॉली हाउस, डेअरी व्यवसाय कर्ज, साहुकार कर्ज को शामिल करके पूर्ण कर्ज माफी की घोषणा करनी चाहिए. ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि भारी वर्षा और बेमौसम बारिश से फसलों, मकान और पशुधन को हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए किसानों को तत्काल 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेअर की आर्थिक सहायता की घोषणा की जानी चाहिए. साथ ही फसल बीमा योजनाओं में कडे मानदंडों को शिथिल किया जाना चाहिए और पंचनामा की जटिल प्रक्रिया के बीना बीमा राशि सिधे किसानों के खातों में जमा की जानी चाहिए. नितीन हटवार ने कहा कि सरकार को किसानों के आर्थिक चक्रो को पुनर्जीवित करने और ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को स्थिर करने के लिए तत्काल ठोस निर्णय लेने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि किसानों के आसू पोछने के लिए कर्ज मुक्ति ही एक मात्र उपाय हैं. इस कारण सरकार ने इस पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए. साथ ही चेतावनी भी दी गई हैें कि मांगे पूर्ण नहीं हुई तो शिवसेना किसानों के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगी. हटवार के नेतृत्व में तहसीलदार विजय लोखंडे को ज्ञापन सौेंपा गया. इस दौरान उपज मंडी के उपसभापति भैयासाहब निर्मल, शिवसेना उपजिला प्रमुख राजेश बंड, विधानसभा संघटक डॉ. नरेंद्र निर्मल, पंचायत समिति केे पूर्व सभापति वैभव सवाई, अनिल सोनटक्के, शिवसेना उपतहसील प्रमुख अविनाश वानखडे, भारत गव्हाने, नितीन फरताडे, डॉ. गिरी, बिरजू खडसे, राजू खडसे, हिम्मत चव्हाण, गजू खडसे, मोहन राउत, उमेश जयस्वाल, एकनाथ भांडे, अभिजित भांडे, पंकज वाघ, संदीप वैद्य, विनोद मंडलकर, शिवराज चौधरी, सतीश हरणे, राजेश कदम, संजय पिंगले, रमेश कडू, प्रवीण शेेंंडे आदि शिवसैनिक और सैकडों किसान उपस्थित थे.





