द्बितीय वर्ष एमबीबीएस मान्यता प्रक्रिया में

चिकित्सा शिक्षा प्रधान सचिव ने मांगा समय

* एमपीएससी से 950 पोस्ट की भर्ती शीघ्र
* अमरावती जीएमसी में भी बढा स्टाफ
अमरावती/ दि. 19- पिछले वर्ष से प्रारंभ हुई शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की एमबीबीएस की दूसरे वर्ष की एनएमसी मान्यता प्रक्रिया में रहने की जानकारी देेते हुए अधिकारियों ने अमरावती मंडल को बताया कि पर्याप्त स्टाफ अगले एक माह में न केवल अमरावती बल्कि प्रदेश की सभी चिकित्सा कॉलेजेस में नियुक्त हो जायेगा. एनएमसी ने स्टाफ और कुछ सुविधाओं की खामी देखते हुए नये सत्र की मान्यता को रोक रखा था. वैसा नोटिस करीब 30 कॉलेजेस को भेजा गया था.
* प्रधान सचिव ने दिया वचन
अधिकारियों ने अमरावती मंडल को बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव धीरज कुमार और अन्य अधिकारी मेडिकल काउंसिल के सामने बुधवार को प्रस्तुत हुए. उन्हें वचन दिया कि एमबीबीएस पढाई के लिए आवश्यक टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति अगले कुछ दिनों में कर दी जायेगी. उनके वचन पर एनएमसी ने एमबीबीएस के विभिन्न वर्ष की मान्यता के बारे में सकारात्मक एवं शीघ्र निर्णय करने की बात कही है.
* एमपीएससी के 950 पोस्ट का विज्ञापन
अमरावती मंडल को चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि राज्य चयन आयोग के माध्यम से शासन ने मेडिकल कॉलेजेस में 950 पदों की स्थायी भर्ती का विज्ञापन दे दिया है. अब तक ठेका पध्दति रहने से कॉलेजेस में अध्यापन कार्य से चिकित्सक बचते थे. अब स्थायी नियुक्तियां मिलने से वे तैयार हो रहे हैं. उसी प्रकार एनएमसी के सामने राज्य के अधिकारियों ने महाराष्ट्र में भरपूर मेडिकल ग्रैज्युएट होने का भी दावा किया है. अमरावती के लिए हाल ही में 8 नये पदों की भर्ती हो जाने की जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि अमरावती में स्टाफ की संख्या 45 पहुंच गई है.
नीट का नतीजा घोषित होने के बाद मेडिकल कॉलेजेस में प्रवेश को लेकर हलचल शुरू होती है. उसी प्रकार एनएमसी प्रत्येक कॉलेज में टीचिंग स्टाफ और अन्य सुविधाओं का स्वयं अपनी टीम भेजकर अवलोकन करती है. पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही उस वर्ष की पढाई की मान्यता दी जाती है. देश के 105 मेडिकल कॉलेजेस को सुविधाएं और स्टाफ की कमी के कारण मेडिकल काउंसिल ने मान्यता देने से पहले नोटिसेस जारी कर दिए थे. जिससे एमबीबीएस और चिकित्सा विज्ञान की अन्य शाखाओं के अध्यापन को लेकर चिंता व्यक्त हो रही थी. किंतु राज्य शासन के प्रधान सचिव ने समाचार के अनुसार एनएमसी के सम्मुख लिखित वादा किया है कि स्टाफ की कमी नहीं रहेगी.
* इर्विन में कार्यरत 30 चिकित्सक
इस बीच सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि जिला सामान्य अस्पताल, जिला स्त्री अस्पताल को अमरावती शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से जोडा गया है. हालांकि अभी प्रथम वर्ष होने से इर्विन और डफरीन का टेक ओवर नहीं किया गया था. सूत्रों ने बताया कि अगले चार माह में यह प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी. कमोबेश उसी समय नया सत्र भी प्रारंभ होगा. चिकित्सा महाविद्यालय के स्टाफ के 30 चिकित्सक इर्विन अस्पताल में सेवाएं दे रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज होने का फायदा सामान्य लोगों को हो रहा है.

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