2017 के मनपा चुनाव में भाजपा ने पहली बार किया था क्लिन स्वीप
भाजपा ने पहली बार रिकॉर्ड 45 सीटों पर हासिल की थी जीत

* स्पष्ट बहुमत के साथ भाजपा को मिली थी मनपा की सत्ता
* तत्कालीन भाजपा विधायक डॉ. देशमुख व प्रवीण पोटे की जोडी ने किया था कमाल
* मनपा में 15 साल से चली आ रही कांग्रेस-राकांपा की सत्ता हुई थी खत्म
* चार सदस्यीय प्रभाग पद्धति से हुआ था मनपा का छठवां चुनाव, 87 पार्षद चुने गए थे
अमरावती/दि.18 – अमरावती महानगर पालिका में सन 2002 से 2017 तक लगातार 15 वर्ष कांग्रेस-राकांपा आघाडी की सत्ता रही. लेकिन वर्ष 2014 का विधानसभा चुनाव आते-आते शहर में राजनीतिक हालात काफी हद तक बदलने शुरु हो गए थे. जिसका सीधा असर आगे चलकर वर्ष 2017 के मनपा चुनाव में दिखाई दिया. जब मनपा के इतिहास में पहली बार भाजपा ने क्लिन स्वीप करते हुए 87 में से रिकॉर्ड 45 सीटों पर जीत हासिल की और स्पष्ट बहुमत के साथ मनपा की सत्ता प्राप्त की. खास बात यह रही कि, अमरावती मनपा के इतिहास में पहली बार किसी राजनीतिक दल ने अपने अकेले के दम पर इस तरह का स्पष्ट बहुमत हासिल किया था. जिसका पूरा श्रेय उस समय अमरावती शहर से भाजपा विधायक रहनवाले डॉ. सुनील देशमुख तथा तत्कालीन पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटिल की सुझबूझ भरी रणनीति को दिया जा सकता है. इसके तहत डॉ. सुनील देशमुख को महानगर पालिका सहित विधानसभा के चार चुनावों का अनुभव था, जिन्होंने वर्ष 2012 में भाजपा के टिकट पर विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए विधायक प्रवीण पोटे के साथ मिलकर पूरे 22 प्रभागों में जबरदस्त व्यूहरचना की थी. जिसके चलते डॉ. देशमुख व प्रवीण पोटे की जोडी ने मनपा के छठवें सदन में रिकॉर्ड 45 सीटें जीतकर मनपा में 15 वर्षों से चली आ रही कांग्रेस व राकांपा की एकछत्र सत्ता को समाप्त कर दिया. उस चुनाव में जहां एक ओर भाजपा की रिकॉर्ड 45 सीटें चुनकर आई थी. वहीं इससे पहले मनपा में महापौर, उपमहापौर व स्थायी समिति सभापति पदों पर काबिज रह चुकी राकांपा का एक भी पार्षद निर्वाचित नहीं हुआ. इसके अलावा उस चुनाव में कांग्रेस के 15, एमआईएम के 10, शिवसेना के 7, बसपा के 5, युवा स्वाभिमान के 3, रिपाइं के 1 पार्षद निर्वाचित हुए थे. साथ ही साथ एकमात्र निर्दलीय पार्षद के तौर पर दिनेश बूब ने चुनाव जीता था.
बता दें कि, जहां वर्ष 2012 के विधान परिषद चुनाव में विजयी होकर प्रवीण पोटे विधायक निर्वाचित हुए थे और 2018 तक विधायक पद पर रहे. वहीं सन 2014 का विधानसभा चुनाव डॉ. सुनील देशमुख ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीता था और वे वर्ष 2019 तक विधायक रहे. इन दोनों विधायकों के कार्यकाल दौरान ही सन 2017 में महानगर पालिका के चुनाव हुए थे. खास बात यह थी कि, कांग्रेस से निष्कासीत होने के बाद भाजपा में आए डॉ. सुनील देशमुख के साथ उनके कई समर्थकों ने भी भाजपा में प्रवेश किया था. जिसमें से अपने कई समर्थकों को डॉ. सुनील देशमुख ने मनपा चुनाव में भाजपा की टिकट दिलाई थी और भाजपा की टिकट पर 10 से 12 देशमुख समर्थक भी चुनाव जीते थे. जो इससे पहले कांग्रेस में हुआ करते थे. जिसके चलते कांग्रेस की सीटों में जबरदस्त गिरावट आई, वहीं भाजपा की सीटों में इजाफा हुआ. खास बात यह भी थी कि, सन 2014 के बाद पूरे देश में ‘मोदी लहर’ भी चल रही थी. इसका भी सीधा फायदा भाजपा को मिला और भाजपा ने रिकॉर्ड 45 सीटें हासिल करते हुए मनपा की सत्ता प्राप्त की. लेकिन इसके बाद भाजपा के दोनों विधायकों में मनपा की सत्ता के सूत्र अपने पास रखने की ‘टशन’ शुरु हो गई. जिसके चलते तत्कालीन विधायक डॉ. सुनील देशमुख व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के बीच ज्यादा पटी नहीं.
मनपा के चुनाव में रिकॉर्ड 45 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल करने के बाद किसी समय कांग्रेस पार्षद रहे और फिर भाजपा की टिकट पर पार्षद निर्वाचित हुए संजय नरवणे को भाजपा की ओर से छठवें सदन के पहले कार्यकाल हेतु महापौर बनाया गया. वहीं भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ता एवं दो बार पार्षद रही संध्या टिकले उपमहापौर निर्वाचित हुए थे. जबकि छठवें सदन के दूसरे कार्यकाल में चेतन गावंडे महापौर तथा इससे पहले चार बार पार्षद निर्वाचित हो चुकी भाजपा की सबसे पुरानी व कट्टर समर्थक कुसूम साहू को उपमहापौर बनाया गया था. वहीं इन पांच वर्षों के दौरान स्थायी समिति सभापति के तौर पर तुषार भारतीय, विवेक कलोती, बालू भुयार, राधा कुरिल व सचिन रासने का निर्वाचन हुआ था. इन पांच स्थायी समिति सभापतियों में से बालू भुयार के अलावा शेष चारों सभापति कट्टर भाजपाई थे. वहीं किसी जमाने में कांग्रेसी पार्षद रह चुके बालू भुयार ने डॉ. देशमुख के नेतृत्वतले कांग्रेस छोडकर भाजपा का दामन थामा था.
यहां पर एक विशेषत: यह भी रही कि, वर्ष 2017 में हुए मनपा चुनाव के बाद वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. सुनील देशमुख को भाजपा प्रत्याशी के तौर पर हार का सामना करना पडा था. जिसके कुछ ही समय बाद वे एक बार फिर भाजपा छोडकर कांग्रेस में वापिस चले गए थे. उस समय देशमुख समर्थक भाजपा पार्षदो ने यद्यपि पार्टी नहीं छोडी थी. लेकिन मनपा के सदन में भाजपा विरोधी भूमिका जरुर अपना ली थी. इसके अलावा वर्ष 2018 के विधान परिषद चुनाव क्लिन स्वीप करते हुए रिकॉर्ड वोटो के साथ शानदार जीत हासिल करने के बावजूद प्रवीण पोटे पाटिल का वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रीपद चला गया था. साथ ही साथ वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव पश्चात राज्य में भाजपा की बजाए महाविकास आघाडी की सरकार बनी थी. जिसके चलते मनपा में कुछ हद तक डॉ. सुनील देशमुख व प्रवीण पोटे की पकड ढीली पडी थी. ऐसे में मनपा के सभागृह नेता रहनेवाले तुषार भारतीय मनपा सहित शहर में भाजपा के कद्दावर नेता बनकर उभरे थे. जिनका छठवें सदन के अंतिम दो-तीन वर्षों के कार्यकाल दौरान मनपा में अच्छा-खासा दबदबा रहा. जिसके दम पर तुषार भारतीय ने महापौर पद पर अपने कट्टर समर्थक चेतन गावंडे को निर्वाचित कराया था. साथ ही साथ स्थायी समिति सभापति के तौर पर अपने समर्थक सचिन रासने की नियुक्ति की थी.

* राजनीतिक अज्ञातवास में थे खोडके दंपति
जिस समय वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव हुआ था तब खोडके दंपति एकतरह से राजनीतिक अज्ञातवास में थे. क्योंकि इससे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राकांपा द्वारा नवनीत राणा को अपना प्रत्याशी बनाया जाने का पूरजोर विरोध करते हुए खोडके ने राकांपा नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. जिसके चलते उन्हें राकांपा से निष्कासीत कर दिया गया था. वहीं वर्ष 2014 का विधानसभा चुनाव सुलभा खोडके ने बडनेरा की बजाए अमरावती से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लडा था. जिसमें उन्हें हार का सामना करना पडा था. ऐसे में उस वक्त खोडके दंपति के लिए मनपा चुनाव में करनेलायक कुछ खास बचा नहीं था. क्योंकि राकांपा से उनका निष्कासन होने के साथ ही अमरावती शहर राकांपा भी पूरी तरह से तितरबितर हो गई थी. यही वजह रही कि, सन 2017 के मनपा चुनाव में राकांपा अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी.

* अडसूल को हराकर नवनीत राणा बनी थी सांसद
वर्ष 2017 के मनपा चुनाव पश्चात वर्ष 2019 के मई माह में संसदीय आम चुनाव हुए थे. जिसमें भाजपा-सेना युति की ओर से तत्कालीन सांसद आनंदराव अडसूल एक बार फिर प्रत्याशी थे. जिन्हें पिछले चुनाव में राकांपा प्रत्याशी के तौर पर कडी टक्कर दे चुकी नवनीत राणा इस बार कांग्रेस-राकांपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में थे. इस चुनाव में नवनीत राणा ने सेना प्रत्याशी आनंदराव अडसूल को कडी टक्कर देते हुए लगभग 35 हजार वोटो की लीड हासिल कर चुनाव जीता था और वे सांसद निर्वाचित हुई थी. यह चुनाव भी नवनीत राणा के जाति वैधता प्रमाणपत्र को लेकर काफी चर्चित रहा.

* बडनेरा से रवि राणा ने लगाई थी हैट्रीक
वर्ष 2017 के मनपा चुनाव पश्चात अक्तूबर-नवंबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से युवा स्वाभिमान पार्टी के रवि राणा ने लगातार तीसरी जीत हासिल कर हैट्रीक लगाई थी. उस चुनाव में वायएसपी प्रत्याशी रवि राणा को शिवसेना प्रत्याशी के रुप में प्रीति बंड ने शानदार टक्कर दी थी, तथा राणा व बंड के बीच हुए मुकाबले की जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र में जबरदस्त चर्चा रही.

* डॉ. देशमुख व प्रवीण पोटे का भी रहा अपना दौर
वर्ष 2012 में स्थानीय स्वायत्त निकाय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए प्रवीण पोटे पाटिल ने देखते ही देखते शहर सहित जिले की राजनीति पर अपनी मजबूत पकड बनाई और तत्कालीन फडणवीस सरकार में राज्यमंत्री व पालकमंत्री रहने के चलते उनका एक राजनीतिक दबदबा भी रहा. जिसके दम पर प्रवीण पोटे ने आगे चलकर सन 2018 के विधान परिषद चुनाव में क्लिन स्वीप करते हुए एकतरफा जीत हासिल की थी. लेकिन वर्ष 2019 के आते-आते उनका मंत्रिपद चला गया. उधर दूसरी ओर कांग्रेस छोडकर भाजपा में शामिल हुए डॉ. सुनील देशमुख ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रुप में शानदार जीत हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंदी रावसाहेब शेखावत से अपनी पुरानी हार का हिसाब-किताब पूरा कर लिया था. लेकिन इसके बाद वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुनील देशमुख को पहली बार अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड रही सुलभा खोडके के हाथों हार का सामना करना पडा था. हालांकि इसके कुछ ही समय बाद डॉ. देशमुख एक बार फिर भाजपा छोडकर कांग्रेस में वापिस चले गए और उन्होंने अपना अगला चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लडा. लेकिन इस बार उन्हें महायुति प्रत्याशी सुलभा खोडके के हाथों हार का सामना करना पडा. ऐसे में कहा जा सकता है कि, वर्ष 2017 के मनपा चुनाव से थोडा पहले और थोडा बाद में डॉ. सुनील देशमुख व प्रवीण पोटे पाटिल का अपना एक अलग ही दबदबा था. जिसका असर आगे चलकर थोडा कम हो गया.
* मनपा के छठवें सदन के महापौर
संजय नरवणे (भाजपा), चेतन गावंडे (भाजपा)
* मनपा के छठवें सदन के उपमहापौर
संध्या टिकले (भाजपा), कुसूम साहू (भाजपा)
* मनपा के छठवें सदन के स्थायी समिति सभापति
तुषार भारतीय (भाजपा), विवेक कलोती (भाजपा), बालू भुयार (भाजपा), राधा कुरील (भाजपा), सचिन रासने (राजपा)
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में भाजपा के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक वॉर्ड
विजय वानखडे प्रभाग क्रमांक-1 (अ) शेगांव-रहाटगांव
सुचिता बिरे प्रभाग क्रमांक-1 (ब) शेगांव-रहाटगांव
वंदना मडघे प्रभाग क्रमांक-1 (क) शेगांव-रहाटगांव
गोपाल धर्माले प्रभाग क्रमांक-1 (ड) शेगांव-रहाटगांव
चंद्रकांत बोमरे प्रभाग क्रमांक-2 (अ) संत गाडगेबाबा
सुरेखा लुंगारे प्रभाग क्रमांक-2 (ब) संत गाडगेबाबा
प्रमिला जाधव प्रभाग क्रमांक-2 (क) संत गाडगेबाबा
बालू भुयार प्रभाग क्रमांक-2 (ड) संत गाडगेबाबा
स्वाती जावरे प्रभाग क्रमांक-3 (क) नवसारी
संजय वानरे प्रभाग क्रमांक-5 (अ) महेंद्र कॉलोनी
निता राऊत प्रभाग क्रमांक-5 (ब) महेंद्र कॉलोनी
माधुरी ठाकरे प्रभाग क्रमांक-5 (क) महेंद्र कॉलोनी
धीरज हिवसे प्रभाग क्रमांक-5 (ड) महेंद्र कॉलोनी
संजय नरवणे प्रभाग क्रमांक-6 (अ) विलास नगर
कुसूम साहू प्रभाग क्रमांक-6 (ब) विलास नगर
सोनाली करेसिया प्रभाग क्रमांक-6 (क) विलास नगर
राजेश साहू प्रभाग क्रमांक-6 (ड) विलास नगर
सोनाली नाईक प्रभाग क्रमांक-7 (अ) जवाहर स्टेडियम
रिता पडोले प्रभाग क्रमांक-7 (ब) जवाहर स्टेडियम
श्रीचंद तेजवानी प्रभाग क्रमांक-7 (क) जवाहर स्टेडियम
पंचफुला चव्हाण प्रभाग क्रमांक-9 (ब) एसआरपीएफ
अजय गोंडाणे प्रभाग क्रमांक-10 (अ) बेनोडा-भीमटेकडी
संध्या टिकले प्रभाग क्रमांक-10 (क) बेनोडा-भीमटेकडी
राधा कुरील प्रभाग क्रमांक-12 (अ) रुक्मिणी नगर
नूतन भुजारे प्रभाग क्रमांक-12 (ब) रुक्मिणी नगर
जयश्री डहाके प्रभाग क्रमांक-12 (क) रुक्मिणी नगर
अजय सारसकर प्रभाग क्रमांक-13 (अ) अंबापेठ-गौरक्षण
लविना हर्षे प्रभाग क्रमांक-13 (ब) अंबापेठ-गौरक्षण
स्वाती कुलकर्णी प्रभाग क्रमांक-13 (क) अंबापेठ-गौरक्षण
प्रणित सोनी प्रभाग क्रमांक-13 (ड) अंबापेठ-गौरक्षण
संगीता बुरंगे प्रभाग क्रमांक-14 (क) जवाहर गेट-बुधवारा
विवेक कलोती प्रभाग क्रमांक-14 (ड) जवाहर गेट-बुधवारा
इंदू सावरकर प्रभाग क्रमांक-17 (अ) गडगडेश्वर
सचिन रासने प्रभाग क्रमांक-17 (ब) गडगडेश्वर
सुनंदा खरड प्रभाग क्रमांक-17 (क) गडगडेश्वर
आशीष अतकरे प्रभाग क्रमांक-17 (ड) गडगडेश्वर
अनिता राज प्रभाग क्रमांक-18 (अ) राजापेठ-कंवर नगर
पद्मजा कौंडण्य प्रभाग क्रमांक-18 (क) राजापेठ-कंवर नगर
बलदेव बजाज प्रभाग क्रमांक-18 (ड) राजापेठ-कंवर नगर
चेतन गावंडे प्रभाग क्रमांक-19 (अ) साईनगर
रेखा भूतडा प्रभाग क्रमांक-19 (ब) साईनगर
तुषार भारतीय प्रभाग क्रमांक-19 (ड) साईनगर
वंदना हरणे प्रभाग क्रमांक-20 (अ) सूतगिरणी
सुनील काले प्रभाग क्रमांक-20 (क) सूतगिरणी
गंगा अंभोरे प्रभाग क्रमांक-21 (अ) जुनीबस्ती
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में कांग्रेस के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक वॉर्ड
निलिमा काले प्रभाग क्रमांक-3 (अ) नवसारी
मंजूश्री महल्ले प्रभाग क्रमांक-3 (ब) नवसारी
प्रशांत डवरे प्रभाग क्रमांक-3 (ड) नवसारी
अब्दुल वसीम मजीद प्रभाग क्रमांक-4 (ड) जमील कॉलोनी
शोभा शिंदे प्रभाग क्रमांक-8 (अ) जोग स्टेडियम
वंदना कंगाले प्रभाग क्रमांक-8 (ब) जोग स्टेडियम
अस्मा फिरोज खान प्रभाग क्रमांक-8 (क) जोग स्टेडियम
बबलू शेखावत प्रभाग क्रमांक-8 (ड) जोग स्टेडियम
प्रदीप हिवसे प्रभाग क्रमांक-12 (ड) रुक्मिणी नगर
विलास इंगोले प्रभाग क्रमांक-14 (अ) जवाहर गेट
सुनिता भेले प्रभाग क्रमांक-14 (ब) जवाहर गेट
सलिम युसूफ बेग प्रभाग क्रमांक-15 (अ) छायानगर
हाफिजाबी युसूफ शाह प्रभाग क्रमांक-15 (ब) छायानगर
हाफिजाबी नूर खान प्रभाग क्रमांक-15 (क) छायानगर
शेख जफर शेख जब्बार प्रभाग क्रमांक-15 (ड) छायानगर
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में शिवसेना के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
जयश्री कुर्हेकर प्रभाग क्रमांक-11 (अ) फ्रेजरपुरा
भारत चौधरी प्रभाग क्रमांक-11 (ड) फ्रेजरपुरा
प्रशांत वानखडे प्रभाग क्रमांक-18 (ब) राजापेठ-कंवर नगर
मंजुषा जाधव प्रभाग क्रमांक-19 (क) साईनगर
राजेंद्र तायडे प्रभाग क्रमांक-20 (ड) सूतगिरणी
अर्चना धामणे प्रभाग क्रमांक-22 (अ) नईबस्ती
ललित झंझाड प्रभाग क्रमांक-22 (ब) नईबस्ती
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में एमआईएम के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
अफजल हुसैन मुबारक हुसैन प्रभाग क्रमांक-4 (अ) जमील कॉलोनी
साहेब बी कय्युम शाह प्रभाग क्रमांक-4 (ब) जमील कॉलोनी
सैय्यद नजमुन्निसा मेहमूद प्रभाग क्रमांक-4 (क) जमील कॉलोनी
अ. खालिक शेख इब्राहीम प्रभाग क्रमांक-16 (अ) अलिम नगर
मो. नसीमबानो अकील प्रभाग क्रमांक-16 (ब) अलिम नगर
रजिया खातून इकरामुद्दीन प्रभाग क्रमांक-16 (क) अलिम नगर
अ. नाजीम रऊफ प्रभाग क्रमांक-16 (ड) अलिम नगर
अली रुबीना तबस्सूम प्रभाग क्रमांक-21 (ब) जुनीबस्ती
मो. साबीर मो. नासीर प्रभाग क्रमांक-21 (क) जुनीबस्ती
इमरान अब्दुल सईद प्रभाग क्रमांक-21 (ड) जुनीबस्ती
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में निर्वाचित निर्दलिय पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
दिनेश बूब प्रभाग क्रमांक-7 (ड) जवाहर स्टेडियम
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में बसपा के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
माला देवकर प्रभाग क्रमांक-10 (ब) बेनोडा-भीमटेकडी
ऋषि खत्री प्रभाग क्रमांक-10 (ड) बेनोडा-भीमटेकडी
चेतन पवार प्रभाग क्रमांक-11 (ब) फ्रेजरपुरा
सुगराबी रायलीवाले प्रभाग क्रमांक-11 (क) फ्रेजरपुरा
इशरतबानो मन्नान खां प्रभाग क्रमांक-22 (क) नईबस्ती
5
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में युवा स्वाभिमान के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
आशीष गावंडे प्रभाग क्रमांक-9 (अ) एसआरपीएफ
सपना ठाकुर प्रभाग क्रमांक-9 (क) एसआरपीएफ
सुमती ढोके प्रभाग क्रमांक-20 (ब) सूतगिरणी
* अमरावती मनपा के छठवें सदन में रिपाइं (ए) के निर्वाचित पार्षद
पार्षद प्रभाग क्रमांक व वॉर्ड
प्रकाश बनसोड प्रभाग क्रमांक-22 (ड) नईबस्ती





