जवाहर गेट प्रभाग में बीजेपी के पास सुशिक्षित श्रध्दा डाबी की दावेदारी
दो महिलाएं ओपन सीट है प्रतिष्ठापूर्ण प्रभाग में

* यजमान दीपक डाबी रहे हैं बीजेपी निष्ठावान
अमरावती/ दि. 22- भारतीय जनता पार्टी के पास राज्य और केन्द्र में सत्ता होने से यहां पार्टी के पास महापालिका चुनाव लडनेवालों की कतार लगी है. इच्छुकों की भारी भीड के बीच राजनीति का चेहरा मोहरा बदलने की दृष्टि से पढे लिखे सुशिक्षित लोग भी चुनाव में किस्मत आजमाने आगे आ रहे हैं. इसी कडी में प्रतिष्ठापूर्ण जवाहर गेट- बुधवारा प्रभाग 14 में श्रध्दा दीपक डाबी ने कमल के फूल की उम्मीदवारी चाही है. उनका कहना है कि पढे लिखे लोगों के राजनीति में आने से सभी का लोकशाही में विश्वास सुदृढ होगा और काम भी बेहतर प्लानिंग और फ्यूचर को ध्यान में रखकर किए जा सकेंगे. श्रध्दा डाबी राजस्थानी परिवेश में रखी बसी सुसंस्कृत महिला हैं. उन्होंने एम.ए. तक शिक्षा प्राप्त की है. छात्र जीवन में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लिए कार्य किया है. मोहनलाल सुखाडिया विश्व विद्यालय की छात्र संघ की महिला पदाधिकारी रही श्रध्दा डाबी के यजमान दीपक डाबी बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ता रहे हैं.
अनेक सामाजिक संगठनों में जुडाव
दीपक डाबी का अनेक सामाजिक संगठनों, सार्वजनिक दुर्गा मंडल, रक्तदान समिति, बर्तन बाजार युवक मंडल से सक्रिय जुडाव रहा है. पेशे से युवा उद्यमी दीपक डाबी राजनीति में सुनील देशमुख की अंगुली पकडकर एक्टीव हुए थे. डॉ. सुनील देशमुख के साथ ही भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया तो अब तक वे बीजेपी के निष्ठावान बने हुए हैं. पार्टी के प्रत्येक काम में यथोचित योगदान करने के साथ प्रवीण पोटे पाटिल के नेतृत्व में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में महायुति के प्रत्याशियों हेतु काम आपने किया हैं. सराफा सक्करसाथ में व्यापारिक प्रतिष्ठा हासिल दीपक डाबी की पत्नी श्रध्दा डाबी महिलाओं को आगे आने में प्रेरित करती आयी है. उनका यह भी मानना है कि महिलाएं घरों से बाहर निकलेगी तो राजनीति में भी सुचिता और प्रामाणिकता आयेगी. श्रध्दा डाबी ने कहा कि आरक्षण व्यवस्था से नारी वर्ग को मिले अवसर को अवश्य स्वीकार करना चाहिए. श्रध्दा डाबी अनेक युवक -युवतियों की प्रेरणा बनी है. उन्होंने ठोस कार्य और उपक्रम चलाए हैं.





