आयकर विभाग का वर्धा और आर्वी में भी सर्वे
मामला संपत्ति खरीदी- विक्री का

* 300 करोड का व्यवहार छिपाने का संशय
वर्धा/ दि. 11- आयकर विभाग की गुप्तचर और अपराध जांच टीम ने वर्धा के तीन उप निबंधक कार्यालयों का बुधवार को सर्वे किया. जिसमें 300 करोड के लगभग व्यवहार की जानकारी आयकर विभाग को नहीं दिए जाने की जानकारी सामने आने का दावा खबर में किया गया है. उसके पहले आयकर विभाग नागपुर, अमरावती, अकोला, खामगांव, मलकापुर, बुलढाणा में उप निबंधक कार्यालयों पर दबीश दे चुका है. वर्धा जिले के तीन कार्यालयों में सैकडों करोड के व्यवहार का ब्यौरा नहीं दिए जाने की जानकारी दी जा रही है.
सूत्रों ने बताया कि बडे प्रमाण में उंचे मूल्य की परिसंपत्तियों के व्यवहार का आयकर विभाग की जांच में खुलासा हुआ है. सरकार द्बारा तय व्यवस्था के अनुसार उप निबंधक विभाग ने आयकर विभाग को इस बारे में सूचित नहीं किया था. केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने गत माह नागपुर और आसपास के सभी 21 उप निबंध कार्यालयोें में धडक देकर काफी व्यवहारों का खुलासा किया है.
वर्धा के तीनों कार्यालयों में सैकडों करोड के प्रॉपर्टी व्यवहार का खुलासा हुआ है. अभी और जानकारी नहीं दी जा रही. केवल बताया गया कि विशेष जांच दल के अधिकारी व कर्मचारियों ने उप निबंधक कार्यालयो में काफी दस्तावेज और कम्प्यूटर रिकार्ड खंगाले. जिसमें 300 करोड के आसपास व्यवहार की जानकारी आयकर विभाग को नहीं दी गई थी. जबकि 30 लाख से अधिक की प्रॉपर्टी के सौदे की जानकारी आयकर विभाग को दिया जाना बंधनकारक हैं.
* बुलढाणा में बोगस सीए फर्म
नागपुर के आयकर अधिकारियों ने हाल ही में बुलढाणा शहर में बोगस सीए कार्यालय पर छापा मारा. वहां से कम्प्यूटर और हार्ड डिस्क जब्त की. विभाग का दावा है कि 2 हजार से अधिक लोगों द्बारा फार्म 16 के तहत आवेदन कर बोगस दावे किए जाने का खुलासा हुआ है. आरोपियों द्बारा 30 प्रतिशत कमीशन पर करीब 400 करोड के बोगस दावे किए जा रहे थे.





