सीसीआई की कपास खरीद की प्रति एकड सीमा बढाएं
सांसद बलवंत वानखडे की मांग

* सीसीआई के प्रबंध निदेशक व कृषी विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखा पत्र
अमरावती/दि.4 – जिले मे लगातार बारीश होने के कारण कपास का उत्पादन घटा है. कृषि विभाग व्दारा भारतीय कपास निगम लिमीटेड सीसीआई को इस संबध सूचित किए जाने पर सीसीआई ने प्रति एकड 7 क्विंटल की खरीदी सीमा निश्चित की थी लेकिन जिले के कुछ क्षेत्रों में कपास का उत्पादन अच्छा हुआ है. जिसके कारण किसानों को अपना माल निजी बाजार में बहुत ही कम दामों पर बेचना पड रहा है. इस परिस्थिती को ध्यान में रखते हुए सांसद बलवंत वानखडे ने सीसीआई के प्रबंध निदेशक तथा कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजकर और फोन पर सीसीआई व्दारा प्रति एकड खरीद क्षमता बढाकर 12 क्विंटल करने की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि अमरावती जिले में बडे पैमाने पर कपास का उत्पादन किया जाता है. निजी बाजार में कपास का भाव सरकार व्दरा घोषित न्यूनतम समर्थन-मूल्य (एमएसपी) से कम होने के कारण किसान कपास बेचने के लिए भारतीय कपास निगम (सीसीआई) को प्राथमिकता देते है. लेकिन इस वर्ष औसत से अधिक बारीश होने से खरीप सीजन की फसले प्रभावित हुई. परिणामस्वरूप कृषि विभाग ने जिले की कम पैदावार और घटे कपास उत्पादन की जानकारी सीसीआई को दी थी. जिसके आधार पर सीसीआई ने प्रति एकड 7 क्विंटल खरीद सीमा निश्चित की.
इसके चलते किसान प्रति एकड 7 क्विंटल से अधिक कपास सीसीआई को नही बेच पा रहे है. और उन्हे अतिरिक्त कपास निजी बाजार में बहूत कम दामों पर बेचना पड रहा है. जिसकी वजह से कपास उत्पादक किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. इसलिए किसानों की यह मांग है कि प्रति एकड 7 क्विंटल की खरीद सीमा बढा कर 12 क्विंटल की जाए इस पर ध्यान देते हुए सांसद बलवंत वानखडे ने सीसीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर वर्मा और कृषि विभाग के एडिशनल चीफ सेंक्रेटरी रस्तोंगी को पत्र लिखा और फोन पर चर्चा की.





