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ऑमिक्रॉन वेरिएंट के आने के बाद दुनिया भर की कंपनियों में डर

कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुलाने की योजना पर हो रहा दोबारा विचार

नई दिल्ली /दि.3-   कंपनी के एग्जीक्यूटिव अपने कर्मचारियों के लिए अलग-अलग परमानेंट वर्क मॉडल पर विचार कर रहे हैं. उनके कर्मचारियों को वापस दफ्तर लाने की योजनाओं को कोरोना वायरस महामारी के  वेरिएंट के फैलने से असर पड़ा है. यह ऑमिक्रॉन वेरिएंट नया है. इसलिए कंपनियों को यह समझने में दिकक्त का सामना करना पड़ रहा है कि इससे उनके कामकाज और मुनाफे पर कैसे असर पड़ेगा.

ज्यादातर लोगों ने इस पर इंतजार करके फैसले लेने का विचार किया है. क्योंकि उन्हें इस बात को लेकर साफ तस्वीर नहीं मिली है कि यह वेरिएंट कितनी तेजी के साथ फैल सकता है और यह कितना नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि, अल्फाबेट इंक की गूगल ने अनिश्चितकाल के लिए दुनिया भर में अपनी दफ्तर में वापस लाने की योजना को टाल दिया है.

कंपनियां वर्किंग मॉडल पर कर रहीं दोबारा विचार

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लग्जरी टॉयलेट कंपनी लिक्सिल कॉर्प के चीफ पीपल ऑफिसर जिन मोंटेसानो ने कहा कि कंपनी जापान के कड़े वर्क स्ट्रक्चर से पीछे हट गई है. उसने कोर वर्किंग घंटों को छोड़ दिया है और अब इसके बारे में दोबारा विचार कर रही है कि ऑफिस कैसा होना चाहिए.

रिपोर्ट के मुताबिक, मोंटेसेनोने काम के भविष्य पर एक पैनल चर्चा के दौरान कहा कि अब काम करने की जगह जैसी कोई चीज नहीं है. जहां भी आपका काम हो जाए, वह काम करने की जगह होती है. उन्होंने कहा कि हमें ऑफिस को दोबारा सोचने की जरूरत है. इस हफ्ते कई देशों ने बैन लगाए हैं या सफर पर ज्यादा सख्त टेस्टिंग के नियम लागू किए हैं. दक्षिण अफ्रीका में Omicron वेरिएंट के पहले मामले के सामने आने के बाद से पूरी दुनिया में इसे लेकर डर फैल गया है.

फिलिप मॉरिस के सीईओ जेसेक ओल्ज़क ने रॉयटर्स को कहा कि सब लोग यह सोच रहे हैं, कि चीजें सामान्य हो रही हैं, लेकिन यह सामान्य नहीं है. हब सब बदल गए हैं. बेनेफिट्स कंसल्टिंग कोई पीएलसी (Aon Plc) के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. नील मिल्स ने कहा कि उनकी टीम इस पूरे हफ्ते नए विकल्पों पर विचार करने के लिए क्लाइंट्स के साथ बैठकें कर रही है. उन्होंने कहा कि वे इस बात को देख रहे हैं कि उन्हें अपने द्वारा लिए गए कई फैसलों पर दोबारा विचार करने की जरूरत है. उन्हें देखना है कि जनवरी में कर्मचारियों को वापस दफ्तरों में लाने से वे किस स्तर का जोखिम उठा रहे हैं.

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