कोलकत्ता/दि. १७ – पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने घोषणा पत्र जारी की. ममता ने कहा कि यह राजनीतिक घोषणापत्र नहीं है, यह विकासोन्मुखी घोषणा पत्र है. लोगों के लिए और लोगों द्वारा यह घोषणा पत्र है.
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि निर्वाचन आयोग भाजपा द्वारा निर्देशित किया जा रहा है. आयोग की शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं. ‘डुअर सरकार’ कार्यक्रम साल में चार महीने आयोजित किया जाएगा. दरवाजे पर मुफ्त राशन दिया जाएगा. जब टीएमसी सत्ता में आई तो हमारा राजस्व लगभग 25,000 करोड़ रुपये था, अब यह 75,000 करोड़ रुपये से अधिक है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमने बंगाल में गरीबी 40 प्रतिशत तक घटा दी है. बंगाल में हम सामान्य श्रेणी के लिए 6,000 रुपये और पिछड़े समुदाय के लोगों के लिए 12,000 रुपये की न्यूनतम वार्षिक आय सुनिश्चित करेंगे.
इसके तहत, 1.6 करोड़ सामान्य श्रेणी के परिवारों को 500 रुपये प्रति महीना, जबकि एससी/एसटी श्रेणी में आने वाले परिवारों को 1,000 रुपये प्रति महीना मिलेगा. यह रकम सीधे परिवार की महिला मुखिया के बैंक खाते में भेजी जाएगी.’
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘महिष्या, तिली, तामुल और साहा जैसी उन सभी जातियों को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) का दर्जा दिलाने के लिए एक विशेष कार्यबल गठित करेंगे, जिन्हें ओबीसी के रूप में मान्यता नहीं प्राप्त है. हम भारत सरकार से महतो (जाति) को (एसटी) अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की सिफारिश करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में तराई और दुआर क्षेत्र के विकास के लिए एक विशेष विकास बोर्ड का गठन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उच्चतर शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को हम 10 लाख रुपये की खर्च सीमा वाला क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराएंगे, सिर्फ चार प्रतिशत ब्याज देना होगा. हम किसानों के लिए वार्षिक वित्तीय सहायता 6,000 रुपये से बढ़ा कर 10,000 रुपये करेंगे. हम बंगाल में 10 लाख एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) इकाइयां स्थापित करेंगे.
मुख्यमंत्री ने इसमें सभी परिवारों के लिए आय योजना, छात्रों को क्रेडिट कार्ड और ओबीसी में कई समुदायों को शामिल करने के लिए एक कार्यबल का गठन करने का वादा किया है. ममता ने कहा, ‘पहली बार, बंगाल में हर परिवार को न्यूनतम आय प्राप्त होगी.
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने पांच मार्च को पार्टी के 291 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. पश्चिम बंगाल में विधानसभा के लिए आठ चरणों में चुनाव होने हैं जिसकी शुरुआत 27 मार्च से होगी. चुनाव के नतीजे दो मई को आएंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नंदीग्राम में उन पर ‘‘हमले’’ की साजिश रचने वाली भाजपा राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें घर के अंदर रहने को मजबूर करना चाहती थी. झारग्राम जिले के गोपीबल्लवपुर और लालगढ़ में कई रैलियों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) उन पर शारीरिक हमला किया करती थी और अब भाजपा भी वही कर रही है.
बनर्जी ने एक व्हीलचेयर पर बैठकर चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वे (भाजपा) मुझे घर के अंदर रखना चाहते थे ताकि मैं चुनाव के दौरान बाहर न जा सकूं. उन्होंने मेरा पैर घायल कर दिया.’’ उन्होंने क्षेत्र के लोगों से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘वे मेरी आवाज को नहीं दबा सकते, हम भाजपा को हरा देंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उम्मीदवारों के लिए आप जो वोट डालेंगे, वह मेरे लिए होगा.’’ बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा ने 2019 में झारग्राम लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन पार्टी के सांसद ने इस क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया है. उन्होंने पिछले वर्षों में उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का उल्लेख किया.