नई दिल्ली/दि.५- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 दिसंबर को नए संसद भवन की आधारशिला रखेंगे. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शनिवार को इस बात की पुष्टि की है. ओम बिरला ने कहा, 10 दिसंबर को पीएम भूमि पूजन करेंगे, जिसके बाद नए संसद भवन की आधारशिला रखी जाएगी. इसके बाद 11 दिसंबर से नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
नई डिजाइन त्रिकोणीय परिसर को लिए हुए होगी, जिससे तीन रंगों की किरणें आसमान में छाई लगेंगी.नए संसद भवन के निर्माण का कार्य 2022 के अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद है. नए संसद भवन का निर्माण करीब 60 हजार स्क्वायर मीटर में किया जाएगा. नई बिल्डिंग में संयुक्त शासन चलने पर भी 1124 सांसदों की बैठने की व्यवस्था होगी. स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि नई बिल्डिंग में भूकंप रोधी होगी. इसके निर्माण में 2000 लोग प्रत्यक्ष रूप से और 9000 लोग अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होंगे.
उन्होंने बताया कि नई बिल्डिंग में लोकसभा सदस्यों के लिए 888 सीट के बैठने की क्षमता होगी जबकि ऊपरी सदन राज्यसभा में बैठने की क्षमता 326 सीटों की होगी. इसमें सभी सांसदों के लिए अलग से कार्यालय होंगे और यह लेटेस्ट डिजिटल तकनीक से लैस होगा, जिसे पेपरलेस ऑफिस की दिशा में एक कदम कहा जा सकता है. स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि इसके निर्माण में 2000 लोग प्रत्यक्ष रूप से और 9000 लोग अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होंगे. नई संसद को बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मिला है, जो लगभग 971 करोड़ रुपए की लागत से संसद की नई इमारत बनाएगी. ओम बिरला ने कहा कि नया संसद भवन दुनिया के सबसे आधुनिक भवन में से एक होगा, जिसमें सांसदों के पेपर लेस ऑफिस के साथ ही लाउंज, लाइब्रेरी और समितियों के बैठक कक्ष के साथ ही तमाम तरह की सुविधाएं होगी.
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक इमारत करीब 65 हजार वर्ग मीटर में फैली होगी, जिसमें 16921 वर्ग मीटर का इलाका अंडरग्राउंड भी होगा. इस तरह से बिल्डिंग में भूमिगत को मिलाकर ग्राउंड फ्लोर और दो और मंजिलें भी होंगी.
लोकसभा सचिवालय ने बताया कि पार्लियामेंट की नई बिल्डिंग में हर सांसद के लिए अलग ऑफिस होगा और हर ऑफिस सभी आधुनिक डिजिटल तकनीकों से लैस होगा.