नई दिल्ली/दि.22 – बारहवीं के विद्यार्थियों के मूल्यांकन पध्दति पर समाधान न रहने वाले विद्यार्थियों की ऐच्छिक परीक्षा 15 अगस्त से 15 सितंबर इस कालावधि में ली जाएगी. यह जानकारी सीबीएसई ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में दी. इस परीक्षा का स्वरुप देश के कोविड की तत्कालीन परिस्थिति पर अवलंबित होगा, ऐसा भी बोर्ड ने इस समय कहा.
बारहवीं परीक्षा बाबत सीबीएसई व्दारा प्रस्तुत कियेय गये अतिरिक्त प्रतिज्ञा पत्र में ऐच्छिक परीक्षा बाबत जानकारी दी गई है. 12 वीं के मूल्यांकन हेतु जो पद्धति बोर्ड ने तैयार की है, उस पध्दतिनुसार मूल्यांकन होगा. सीबीएसई की सभी स्कूलों के लिये मूल्यांकन नियोजन 2019-20 चलाया जाएगा. ग्यारहवीं के अंक, बारहवीं के वर्षभर के विद्यार्थियों की शैक्षणिक कामगिरी सहित विविध मुद्दों का मूल्यांकन में समावेश होगा. परीक्षा का परिणाम 31 जुलाई को घोषित किया जाएगा. पश्चात परिणाम में समाधान न होने वाले विद्यार्थियों के लिए परीक्षा हेतु पंजीयन करना आवश्यक होगा. प्रतिज्ञापत्र में कहा गया है कि बोर्ड व्दारा सिर्फ मुख्य विषयों की ही परीक्षा ली जाएगी. इस बाबत विस्तारपूर्वक जानकारी घोषित की जाएगी.