रतन टाटा समेत 19 लोगों को मिलेगा असम सरकार का टॉप पुरस्कार
ओलंपियन पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को मिलेगा 'असम सौरव'
नई दिल्ली /दि.४-असम सरकार नागरिक पुरस्कार सम्मानों के पहले साल में उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा और ओलंपियन लवलीना बोरगोहेन समेत अलग-अलग क्षेत्रों के व्यक्तित्वों को प्रदान करेगी.मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को ये जानकारी दी. गुरुवार को जहां राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम बैभव’ के लिए रतन टाटा के नाम की घोषणा की जा चुकी थी, वहीं सरमा ने एक संवाददाता सम्मेलन में ‘असम सौरव’ और ‘असम गौरव’ के लिए पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरस्कारों के माध्यम से हम इन लोगों के योगदान को उनके काम के माध्यम से समाज में पहचानना चाहते हैं.सीएम ने कहा कि असम में अहोम वंश की स्थापना करने वाले स्वर्गदेव चाओलुंग सुकफा के शासन की स्मृति में 2 दिसंबर को मनाए जाने वाले असम दिवस पर पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, जिन्होंने 600 सालों तक राज्य पर शासन किया. उन्होंने कहा कि इस बार पुरस्कार 24 जनवरी 2022 को दिए जाएंगे. रतन टाटा को राज्य में कैंसर देखभाल सुविधाओं के लिए उनके योगदान के लिए ‘असम बैभव’ पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में नामित किया गया था. ‘असम सौरव’ से सम्मानित होने वाले पांच व्यक्तियों में ओलंपियन पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन, कलाकार नील पवन बरुआ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य निदेशक लक्ष्मणन एस हैं. साथ ही प्रोफेसर कमलेंदु देब क्रोरी को शिक्षा और डॉ दीपक चंद जैन को व्यवसाय प्रबंधन के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए ‘असम सौरव’ से सम्मानित किया जाएगा.’असम गौरव’ प्राप्त करने वालों में मुनींद्र नाथ नगाटे शामिल हैं, जो राज्य में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के प्रभारी रहे हैं. वहीं डॉ बसंत हजारिका, महामारी की शुरुआत के बाद से वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे हैं. इनके अलावा एएनएम नर्स नमिता कलिता और आशा कार्यकर्ता बोर्निता मोमिन भी हैं. कलिता ने अब तक लगभग एक लाख कोविड के टीके लगाए हैं, जो महामारी के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा दिए गए सबसे अधिक जैब्स हैं, जबकि मोमिन ने ग्रामीणों की अंधविश्वासी मान्यताओं पर काबू पाने और जागरूकता पैदा करके सोनितपुर जिले के फूलोगुरी गारो गांव का सफलतापूर्वक टीकाकरण किया था.
‘असम बैभव’ पुरस्कार में मिलेंगे पांच लाख रुपए
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘असम बैभव’ पुरस्कार में पांच लाख रुपए, ‘असम सौरव’ में चार लाख रुपए और ‘असम गौरव’ में तीन लाख रुपए की नकद राशि दी जाती है. इसके अलावा सरकार अस्पताल में भर्ती होने के मामले में सभी पुरस्कार विजेताओं के इलाज की लागत सालाना 2 लाख रुपए तक का खर्च उठाएगी. उन्हें असम भवनों में मुफ्त आवास मिलेगा और सरकारी समारोहों में आमंत्रित अतिथि होंगे.