नई दिल्ली/दी.२३- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक इंटरनेशनल जाली नोटों के रैकेट का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 8 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं. दोनों आरोपियों के नाम फिरोज शेख और मुफज्जुल शेख है. ये दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. स्पेशल सेल के मुताबिक, ये दोनों बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोट लाकर भारत में सप्लाई कर रहे थे.स्पेशल सेल के डीसीपी जसमीत सिंह (की माने तो पिछले दो साल में इन दोनों आरोपियों ने करीब 2 करोड़ के जाली नोट हिंदुस्तान में सप्लाई किए हैं. पुलिस के अधिकारियों की माने तो 2 हजार के जाली नोट ऐसे बनाए जा रहे कि असली और नकली में फर्क करना बड़ा मुश्किल है.
अक्टूबर में सेल की टीम को मिली थी जानकारी
स्पेशल सेल के डीसीपी जसमीत सिंह ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि अक्टूबर में सेल की टीम को जानकारी मिली थी कि बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रास्ते से भारत में जाली नोट सप्लाई किए जा रहे हैं. सेल की टीम ने इस रैकेट पर काम करना शुरू किया. जांच में फिरोज शेख और मुफज्जुल शेख दो नाम सामने आए. पुलिस को पता चला कि ये दोनों ही जाली नोटों की सप्लाई कर रहे हैं.
सेल की टीम ने कालका जी इलाके में लगाया था ट्रैप
पुलिस को ये भी जानकारी मिली कि 21 दिसंबर को दोनों दिल्ली में जाली करेंसी की सप्लाई करने वाले हैं. इसी सूचना के आधार पर सेल की टीम ने कालका जी इलाके में ट्रैप लगाया और जब दोनों जाली नोट लेकर पहुंचे, तो दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. जब इनकी तलाशी ली गई, तो इनके पास से 8 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए गए.
देश के कई इलाकों में सप्लाई कर चुके हैं जाली नोट
इसके बाद पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू की. आरोपी फिरोज ने पूछताछ में बताया कि 8 लाख के जाली नोट उसने मुर्शिदाबाद के रहने वाले सलाम नाम के शख्स से लिए थे और ये नोट दिल्ली में सप्लाई करने थे. पुलिस के मुताबिक, पिछले पांच साल में ये दोनों आरोपी देश के अलग-अलग इलाकों में जाली नोट सप्लाई कर चुके हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि एक लाख के जाली नोट 30 हजार रुपये में खरीदते थे. फिर 40 से 45 हजार रुपये में बेचते थे. पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि पिछले दो सालों में 2 करोड़ के जाली नोट दिल्ली समेत अलग-अलग राज्यों में सप्लाई कर चुके हैं.
बांग्लादेश से भारत में सप्लाई की जा रही थी जाली नोट
स्पेशल सेल की माने तो साल 2016 में जब देश में नोटबंदी हुई थी, तब एक साल तक बांग्लादेश और पाकिस्तान से जाली नोटों की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई थी, लेकिन अब पिछले 4 साल से नकली करेंसी के सिंडिकेट फिर से एक्टिव हो गए हैं और जाली नोटों की सप्लाई शुरू हो गई है. जांच में सामने आया है कि जाली नोटों की ये खेप पाकिस्तान से नेपाल, नेपाल से बांग्लादेश और बांग्लादेश से भारत में सप्लाई की जा रही है.