तीन वर्ष में बेरोजगारी के कारण 25 हजार आत्महत्या!
केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दी जानकारी
नई दिल्ली/दि.10 – एक तरफ भविष्य में विकास की तस्वीर सरकार व्दारा दिखाई जा रही है. ऐसे में कोरोना के पहले और उत्तर काल में आर्थिक परेशानियों का सामना करने वाले जनता के लिए जीवन जीना कितना कठिन हो चुका है, ऐसी तस्वीर सामने आयी है. तीन वर्षों में बेरोजगारी के चलते करीब 25 हजार लोगों ने आत्महत्या की है, ऐसी जानकारी केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में दी.
देश में वर्ष 2018 से 2020 इन तीन वर्षों में बेरोजगारी के कारण 9 हजार 140 और कर्जबाजारी के कारण 16 हजार 91 ऐसे 25 हजार लोगों ने आत्महत्या किये जाने की जानकारी केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कल बुधवार को राज्यसभा में लिखित जवाब में दिया. राष्ट्रीय अपराध पंजीयन विभाग (एनसीआरबी) ने दिये आंकडे के आधार पर केंद्र ने आत्महत्या के बारे में जानकारी वरिष्ठ सभागृह में रखी. केंद्र सरकार राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम चला रही है. इसके व्दारा देश के 692 जिले में जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम लिया जा रहा है. मानसिक स्वास्थ्य सुधार कार्यक्रम व रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराकर आत्महत्या रोकने का केंद्र सरकार प्रयास कर रही है, ऐसा इस समय मंत्री नित्यानंद राय ने बताया.
कोरोना काल में सबसे अधिक …
बेरोजगारी के कारण आत्महत्या का स्तर धीरे-धीरे बढने लगा और कोरोना काल में वर्ष 2020 में सबसे अधिक याने 3 हजार 548 लोगों ने आत्महत्या की. 2018 में 2 हजार 741 और 2019 में 2 हजार 851 लोगों ने आत्महत्या की है.
कर्ज और दिवालिया …
कर्जबाजारी और दिवालिया होने के कारण वर्ष 2018 में 4 हजार 970, वर्ष 2019 में 5 हजार 908 लोगों ने आत्महत्या की. जबकि 2020 में 600 से कम हुई. उस वर्ष में 5 हजार 213 लोगों ने मौत को गले लगाया है.