लखनऊ/दि. 7 – उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से 372 मरीजों की मौत हो गई और जबकि प्रदेश में संक्रमण के 28,076 नये मामले सामने आये. स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 372 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई और अब तक इस संक्रमण से 14873 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 28076 नये मरीज मिलने के बाद अब तक हुए कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1453679 हो गया है. उन्होंने बताया कि इस समय राज्य में कुल 254118 संक्रमित उपचाराधीन हैं. राज्य में पिछले 24 घंटे में 33,117 संक्रमित संक्रमण मुक्त हुये हैं और अब तक कोरोना संक्रमण से 1184688 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. शुक्रवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार उप्र की राजधानी लखनऊ में 1982 नये संक्रमित पाये गये और 25 लोगों की मौत हो गई. इसी अवधि में मेरठ में 1817 गौतमबुद्धनगर में 1288 और सहारनपुर में 1122 नये संक्रमित मिले हैं. बुलेटिन में कहा गया है कि सर्वाधिक 31 संक्रमितों की मौत कानपुर में दर्ज की गई है जबकि हापुड़ में 30, गाजीपुर में 18, हरदोई में 16, गोरखपुर में 15, मेरठ और गौतमबुद्धनगर में 12-12, प्रयागराज व सोनभद्र में 11-11 तथा चंदौली में 10 और संक्रमितों ने अपनी जान गंवा दी है. कुमार ने बताया कि गुरुवार को राज्य में कोरोना नमूनों के 2.42 लाख से अधिक परीक्षण किये गये और अब तक 4.26 करोड़ से अधिक नमूनों का परीक्षण किया गया है। अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि एक समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में टीकाकरण तेजी से चल रहा है और अब तक 1.34 से अधिक टीके की खुराक दी गई है. उन्होंने बताया कि उच्च संक्रमण दर वाले सात जिलों में, 18-44 आयु वर्ग के 85,566 लोगों को भी टीका लगाया गया है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि दस मई से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान और अधिक जिलों में किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में बीमार, पृथक-वास में कर्मचारियों और गर्भवती महिला कर्मचारियों को ‘घर से काम करने’ की सुविधा देने का फैसला किया है. सरकार ने राज्य सरकार के अधिकारियों कर्मचारियों के लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति के नियमों के तहत ऑक्सीजन सांद्रक को शामिल करने का भी निर्णय लिया है ताकि वे इसे निजी उपयोग के लिए खरीद सकें. मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश में सभी जिलों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किये जा रहे हैं. योगी ने कहा कि पृथकवास में रहने वालों और नॉन कोविड मरीजों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति आवश्यकतानुसार सुनिश्चित कराई जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न जनपदों में कतिपय निजी अस्पतालों द्वारा बेड, ऑक्सीजन आदि का कृत्रिम अभाव पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है, कुछ निजी अस्पतालों में शासन द्वारा तय शुल्क दर से कई गुना अधिक की वसूली करने की घटनाओं की जानकारी मिली है जो कतई उचित नहीं है. इस प्रकार की गतिविधियां आपराधिक हैं. सभी डीएम/सीएमओ को ऐसे अस्पतालों पर नजर रखने के निर्देश के साथ योगी ने सख्ती के साथ यथोचित कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी कई कोविड अस्पताल न तो मरीज के परिजन को उनके मरीज के स्वास्थ्य की दैनिक जानकारी दे रहे हैं और न ही खाली बेड्स की संख्या सार्वजनिक कर रहे। डीएम/सीएमओ ऐसे अस्पतालों से वार्ता कर व्यवस्था ठीक कराएं अन्यथा कार्रवाई सुनिश्चित करें.