चिमूर /दि.15– चिमूर वन परिक्षेत्र अंतर्गत वहानगांव खेत परिसर में 2 नर व 1 मादा बाघ के बीच की झडप में एक नर बाघ की मौत हो गई. वहीं मादा बाघ गंभीर रुप से घायल हुई. यह घटना मंगलवार 14 नवंबर को दोहपर 3.30 बजे के आसपास घटित हुई.
उल्लेखनीय है कि, ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर व कोर झोन में बाघों की संख्या अच्छी खासी बढ गई है. जिसके चलते बाघों के लिए जंगल अब छोटा पडने लगा है. यही ंवजह है कि, बाघों के बीच आपसी झडप की वारदाते बढने लगी है. साथ ही साथ बाघ अब इंसानी बस्तियों की ओर भी रुख करने लगे है. जिससे वन्यजीवों का इंसानों के साथ टकराव होने लगा है.
* पहले नुकसान भरपाई दो, फिर बाघ ले जाओ
जानकारी के मुताबिक वाहनगांव में एक किसान के खेत में बाघ ने किसान के बैल पर हमला करते हुए उसे जान से मार दिया था. यह घटना 2 दिन पहले ही घटित हुई थी. वहीं मंगलवार को बगल में स्थित सुभाष दोडके के खेत में तीन बाघों के बीच हुई झडप में एक बाघ की मौत हो गई. जिसकी जानकारी मिलते ही गांववासियों ने दोडके के खेत में जबर्दस्त भीडभाड की. सुभाष दोडके ने अपने खेत में चने की बुआई कर रखी थी. परंतु बाघों की झडप और मृत बाघ को देखने हेतु उमडी भीड की वजह से चने की फसल का काफी नुकसान हुआ. ऐसे में दोनों किसानों ने पहले नुकसान भरपाई देने और फिर बाघ का शव ले जाने की भूमिका वनविभाग के सामने रखी. जिसकी वजह से कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. पश्चात दोनों किसानों को समझा-बुझाकर शांत किया गया.