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बंगाल, उत्तर प्रदेश, झारखंड की स्थिति खराब
नई दिल्ली/दि.15 – प्रत्येक घर में 2024 तक नल के पानी की आपूर्ति की जाएगी, ऐसा दावा केंद्र सरकार व्दारा किया जा रहा है. लेकिन महाराष्ट्र के 22 प्रतिशत गांवों में यह संभव हुआ है. राज्य के 31,626 गांव नलपानी योजना से वंचित है. इनमें से 29,142 गांवों में अब भी नल पानी योजना का काम शुरु नहीं हुआ है.
महाराष्ट्र के 36 प्रतिशत घरों में नलों से पानी पहुंचा नहीं है. सरकारी आंकड़ेवारीनुसार 91.82 लाख घरोें को नल से जलापूर्ति हो रही है. आंकड़ेवारीनुसार राज्य के जालना जिले के सभी घरों को नल से पानी की आपूर्ति की जा रही है. अब तक नलपानी योजना का काम जालना जिले में 99.51 प्रतिशत, धुले जिले में 90.93 प्रतिशत, कोल्हापुर में 81,53 प्रतिशत, वर्धा जिले में 79.79 प्रतिशत और नागपुर जिले में 75.39 प्रतिशत हुआ है. इस मामले में पालघर 32.44 प्र.श., चंद्रपुर 38.43 प्र.श., नंदुरबार 38.96 प्र.श., बीड 39.96प्र.श., गडचिरोली 44.87 प्र.श., वाशिम 47.29 प्र.श. और यवतमाल 48.19 प्रतिशत पीछे हैं.
43.38 लाख घरों को नलपानी योजना का लाभ…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को प्रत्येक घर में नल से जलापूर्ति करने की घोषणा की थी. तब से महाराष्ट्र के 43,38,841 घरों को नल से जलापूर्ति की गई. सर्वाधिक घर अहमदनगर (3,30,715),जलगांव (2,88,495),नाशिक (2,59, 878),पुणे (2,59,248) और कोल्हापुर के (1,83,187) हैं.
महाराष्ट्र के लाभधारक जिले
जिला प्रतिशत निहाय घर
हिंगोली 46.12
जालना 43.33
अहमदनगर 42.73
जलगांव 42.03
गोंदिया 39.02
नागपुर 38.03
नाशिक 36.63
यवतमाल 35.63
गडचिरोली 34.97
नांदेड़ 34.96