राज्य में 41.65 लाख फर्जी राशन कार्ड रद्द
यूपी में सर्वाधिक 1.70 करोड फर्जी कार्ड निरस्त किए
नई दिल्ली/दि.19 – महाराष्ट्र राज्य में 7 करोड से अधिक लोग सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते राशन का और अन्य दूसरे लाभ ले रहे है. किंतु राज्य में फर्जी राशनकार्ड के जरिये अनेक लोग योजनाओं का लाभ ले रहे है और राशन कार्ड का दुरुपयोग किए जाने के मामले भी सामने आए है. पिछले 7 वर्षो में राज्य में 41.65 से अधिक राशन कार्डो को पहचानकर निरस्त किया गया है. इसी श्रृंखला में उत्तर प्रदेश में 1.70 करोड से अधिक फर्जी राशन कार्डो की पहचान कर निरस्त कर दिए गए है.
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक साल 2015 के बाद से देशभर में 4,28 करोड फर्जी राशन कार्ड निरस्त हो चुके है इसमें सर्वाधिक 1.70 करोड यूपी में पाए गए थे जो कुल फर्जी राशन कार्डो का लगभग 40 प्रतिशत है. महाराष्ट्र में 41.65 लाख (9.72 फीसदी), पश्चिम बंगाल में 4.10 लाख (9.6) फीसदी फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए गए. जबकि मध्यप्रदेश में 23.53 लाख, राजस्थान में 22.66 लाख राशन कार्ड का फर्जीवाडा पकडा गया. हालांकि बिहार में 7.54 लाख फर्जी कार्डो की पहचान की गई. 75 फीसदी ग्रामीण तथा 50 फीसदी शहरी आबादी को कार्ड का लाभ देने का प्रावधान किया गया है. इस हिसाब से साल 2011 की जनगणना के अनुसार लाभार्थियों की संख्या 1.35 करोड होती है.
सर्वाधिक फर्जी राशन कार्ड वाले राज्य
राज्य फर्जी राशन कार्ड कुल राशन कार्ड
उत्तर प्रदेश 170.75 1471.92
महाराष्ट्र 41.05 700.17
प. बंगाल 41.09 601.84
मध्य प्रदेश 23.53 482.58
राजस्थान 22.66 440.01
देशभर में 428.01 7951.69
देशभर में 79.51 करोड राशन कार्ड जारी
केंद्र सरकार व्दारा दिए गए आंकडो के अनुसार देशभर में खाद्य सुरक्षा के तहत 79.51 करोड राशन कार्ड जारी किए गए है. इनमें से 14.71 करोड यूपी, 8.71 करोड बिहार और 7 करोड से अधिक महाराष्ट्र के लोगों को दिए गए है. इसके अलावा प. बंगाल में 6.01 करोड, एमपी में 4.82 और राजस्थान में 4.4 करोड से अधिक राशन कार्ड जारी किए गए है.