5 से 12 वर्ष आयुवाले बच्चों के लिए और दो वैक्सीनों को मिल सकती है मंजुरी
सीडीएससीओ की अगली बैठक में हो सकता है फैसला
नई दिल्ली/दि.25- 18 वर्ष से अधिक आयुवाले वयस्कों के बाद अब 18 वर्ष से कम आयुवाले बच्चों के टीकाकरण को लेकर तैयारियां युध्दस्तर पर जारी है. जिसके चलते बायोलॉजीकल-ई तथा सीरम इन्स्ट्टियूट ने भारतीय औषध नियंत्रक के पास 5 से 12 वर्ष आयुगुटवाले बच्चों के लिए वैक्सीन हेतु मंजुरी मांगी है.
बता दें कि, इस समय देश में 12 से 18 वर्ष आयुगुटवाले बच्चों को भारत बायोटेक व झायडसकैडिरा इन दो कंपनियों द्वारा उत्पादित की जानेवाली वैक्सीन लगायी जा रही है. अगले सप्ताह इन कंपनियों द्वारा उत्पादित वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की सिफारिश भी की जा सकती है.
* कोवोवैक्स – सीरम कंपनी ने अपने द्वारा उत्पादित इस वैक्सीन के लिए 7 से 12 वर्ष आयुगुटवाले बच्चों हेतु मंजुरी मांगी है. कंपनी का दावा है कि, इस वैक्सीन के दोनों डोज लेने पर दवाई का असर 95 फीसद तक होता है. इस वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के पश्चात 22 वे दिन दूसरा डोज लगवाना होता है. फिलहाल इस वैक्सीन का 12 वर्ष से अधिक आयुवाले बच्चों पर प्रयोग करने की अनुमति व मंजुरी मिली गई है.
*कोर्बेवैक्स – बायोलॉजीकल-ई कंपनी द्वारा उत्पादित इस वैक्सीन के टीके इस समय 12 से 18 वर्ष आयुगुटवाले बच्चों को लगाये जा रहे है. वहीं अब कंपनी द्वारा 5 से 12 वर्ष आयुगुट के लिए भी इस वैक्सीन के प्रयोग हेतु अनुमति मांगी है. इस वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के बाद दूसरा डोज 28 वे दिन लगवाना होता है. कंपनी का दावा है कि, दोनों डोज लगाने के बाद दवा का प्रभाव 90 फीसद तक होता है.
* जेनोवा – बायोफार्मास्यूटिकल्स कंपनी द्वारा 18 से 80 वर्ष आयुगुट के लाभार्थियों हेतु अपनी वैक्सीन के प्रयोग की अनुमति मांगी गई है. इस वैक्सीन के भी दो डोज होते है और कंपनी द्वारा दोनों डोज लगवाने पर वैक्सीन के प्रभावी असर को लेकर दावा किया गया है.