लॉकडाउन के दौरान 50 हजार फर्जी विवाह
मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में ‘गडबड झाला’
भोपाल/ दि.10– कोरोना काल के दौरान मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में बडी हेराफेरी उजागर हुई है. इसमें हजारों जोडों की दस्तावेजों पर शादी करा दी. पिछले वर्ष फरवरी में मीडिया ने उसे सबके सामने बताया था. उसके बाद काफी हंगामा मचा. अब इसकी जांच ईडी ने शुरु कर दी है. फर्जी विवाह के माध्यम से करोडों रुपयों की राशि का गबन किया गया है. इस दौरान यह बात सामने आयी थी कि, इस घोटाले को एक संगठित रैकेट ने अंजाम दिया. आरोपियों ने दस्तावेजों पर ही कोविड के दौरान हजारों शादियां करवा दी. मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दिये थे.
पहली बार उडिसा के सिरोन में 3 हजार 500 फर्जी शादियों का खुलासा हुआ था. इसके बाद ईओडब्ल्यू ने मामले की जांच मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद शुरु कर दी. जांच के बाद अधिकारियों को पता चला कि, कम से कम 50 हजार ऐसी शादियां हुई है, सरकार इस योजना के तहत गरीब बेटियों की शादियों के लिए 51 हजार रुपए देती है. घोटाला सामने आने के बाद इसमें बदलाव किया गया है. उसके बाद यह राशि बढाकर 55 हजार कर दी गई हैं.
ईओडब्ल्यू से मांगा ब्यौरा
ईडी ने एमपी ईओडब्ल्यू से पूरे मामले का ब्योरा मांगा है. ईओडब्ल्यू की जांच काफी हद तक कोरोना लॉकडाउन के दौरान की गई शादियों पर केंद्रीत है. बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया. जिसमें कहा गया था कि, सिरॉज में अप्रैल और जून 2020 के बीच रिकॉर्ड 3 हजार 500 शादियां हुई. वे शादियां तब हुई जब पूरे देश में कडा लॉकडाउन लागू था. किसी भी प्रकार की शादियों की इजाजत नहीं थी. इसे लेकर विपक्ष ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा था.