नई दिल्ली/दि.१७ – देशभर में कोविड प्रतिबंधात्मक टीकाकरण अभियान युध्दस्तर पर जारी रहने के दौरान भी सरकार ने जुलाई माह के अंत तक करीब 51 करोड नागरिकों को प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है. जिसके तहत अगले तीन दिनों के भीतर विविध राज्यों को वैक्सीन के 51 लाख डोज दिये जायेंगे. इस संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश व आंध्रप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियोें के साथ चर्चा करते हुए कहा कि, 130 करोड की जनसंख्या रहनेवाले अपने देश में अब तक 18 करोड से अधिक नागरिकों को कोविड प्रतिबंधात्मक वेक्सीन दी जा चुकी है. वहीं अब वैक्सीन की अतिरिक्त मांग पूर्ण करने हेतु उत्पादन बढाने पर जोर दिया जा रहा है. साथ ही सभी राज्योें व केंद्र शासित प्रदेशों को समान रूप से वैक्सीन की आपूर्ति की जा रही है. जिसके तहत जुलाई के अंत तक 51 करोड नागरिकों का टीकाकरण किया जायेगा.
इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि, भारत सरकार द्वारा रशिया से प्राप्त स्पुतनिक वैक्सीन को मंजूरी प्रदान की गई है. साथ ही जायडस कैडिला की वैक्सीन, सीरम इन्स्ट्टियूट की नोवा वैक्स, भारत बायोटेक की मेजल वैक्सीन तथा जेनोवा एमआरएमए वैक्सीन को भी जल्द ही मंजूरी दी जायेगी. जिसके बाद आगामी अगस्त से दिसंबर माह के दौरान कोविड वैक्सीन के करीब 216 करोड डोज उपलब्ध होंगे.
वहीं दुसरी ओर रशिया द्वारा विकसित की गई स्पुतनिक-वी नामक कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की 60 हजार डोज वाली दूसरी खेप रविवार को भारत पहुंची. वैक्सीन की खेप लेकर आया विमान तेलंगना की राजधानी हैदराबाद स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर उतरा. ऐसी जानकारी डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज सहित वैक्सीन को विकसित करनेवाली कंपनी द्वारा दी गई है. इस संदर्भ में भारत में रशिया के राजदूत निकोले कुदाशेव ने कहा कि, उनके देश द्वारा वैक्सीन की दूसरी खेप बिल्कूल सही समय पर भेजी गयी है और यह वैक्सीन कितने शानदार तरीके से प्रभावी है, यह पूरी दुनिया को पता है.
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डबल म्यूटंट व ब्रिटीश वेरियंट पर प्रभावी है को-वैक्सीन
कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के चलते देश में भयावह स्थिति जारी रहने के दौरान इस बेहद दिलासादायक खबर सामने आयी है. जिसके मूताबिक फिलहाल देश में कहर ढा रहे कोविड वायरस के डबल म्यूटंट व ब्रिटीश स्ट्रेन सहित वायरस के सभी स्वरूपों पर पूर्णत: स्वदेशी रहनेवाली को-वैक्सीन बेहद प्रभावी साबित हो रही है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर को-वैक्सीन की सफलता में एक और उपलब्धि जुड गयी. इस बारे में जानकारी देते हुए को-वैक्सीन को विकसित करनेवाले हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने बताया कि, इस विषय को लेकर अमरीका के ‘इनफेक्शियस डीसीज’ नामक वैद्यकीय जर्नल में एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है. जिसका अध्ययन नैशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ वायरालॉजी तथा इंडियन कौन्सिल ऑफ मेडिकल सायन्सेस एन्ड रिसर्च द्वारा साथ मिलकर किया गया था. इस नये वैज्ञानिक रिपोर्ट की वजह से पूर्णत: भारतीय रहनेवाली को-वैक्सीन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर मान्यता मिली है. ऐसा भारत बायोटेक के सहसंस्थापक व संयुक्त व्यवस्थापकीय संचालक सुचित्रा एला द्वारा ट्विटर के जरिये कहा गया है. साथ ही उन्होंने अपने इस ट्विट को पीएमओ इंडिया, वित्त मंत्री निर्मला सितारामण तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सहित कई अन्य लोगों को टैग किया है.