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देश के 18 राज्यों में ब्लैक फंगस के 5424 मामले

गुजरात और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा

नई दिल्ली/दि. 24 – देश के 18 राज्यों में म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के अब तक कुल 5424 मामले आए हैं जिनमें सबसे अधिक मामले गुजरात और महाराष्ट्र के हैं. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की नौ लाख खुराक केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस का इलाज करने के लिए आयात की है. इनमें से 50 हजार खुराक प्राप्त हो चुकी है और तीन लाख अतिरिक्त खुराक अगले सात दिन में उपलब्ध हो जाएंगी. कोविड-19 पर बने मंत्रियों के समूह (जोओएम) की 27वीं बैठक में हर्षवर्धन ने कहा कि गुजरात में ब्लैक फंगस के 2165 मामले आए हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र में 1188, उत्तर प्रदेश में 663, मध्य प्रदेश में 590, हरियाणा में 339 और आंध्र प्रदेश में 248 लोगों के म्यूकोरमाइसिस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. हर्षवर्धन ने बताया कि म्यूकोरमाइकोसिस के 5,424 मामलों में 4,556 मरीज पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे जबकि 875 मरीज ऐसे हैं जिन्हें कोविड-19 की बीमारी नहीं हुई थी. वहीं, 55 प्रतिशत मरीज मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 19 राज्य पहले ही म्यूकोरमाइकोसिस को महामारी अधिनियम के तहत अधिसूचित बीमारी घोषित कर चुके हैं. इसके तहत ऐसे मामलों की जानकारी सरकारी अधिकारियों को देनी होती है. अनुवांशिकी अनुक्रमण के बारे में वर्धन ने बताया कि 25,739 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया गया, जिनमें से 5,261 में वायरस के बी.1.617 प्रकार का पता चला.

  • लगातार आठवें दिन नए मामलों की संख्या तीन लाख से कम

कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए भारत की ओर से किए जा रहे प्रयास की जानकारी देते हुए हर्षवर्धन ने बताया, ‘आज लगातार आठवां दिन है जब नए मामलों की संख्या तीन लाख से कम रही जो सकारात्मक संकेत हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इस समय देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 27 लाख है जो कुछ सप्ताह पहले तक 37 लाख थी.’ हर्षवर्धन ने बताया, ‘अब तक हम देशवासियों को टीके की 19.6 करोड़ खुराक दे चुके हैं. राज्यों के पास अब भी 60 लाख खुराक मौजूद है और 21 लाख खुराक मुहैया कराने की प्रक्रिया में हैं.’ उन्होंने रेखांकित किया कि केंद्र सरकार पहले ही रेमडेसिविर की 70 लाख खुराक और 45,735 वेंटिलेटर राज्यों और केंद्र शसित प्रदेशों को सौंप चुकी है.

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