राज्य के 55 फीसदी गांव इंटरनेट सेवा से वंचित
देश के 4.50 लाख देहातों में ऑप्टीकल फायबर नहीं

नई दिल्ली/ दि.२४ – देश भर के 6 लाख गांव और पंचायतों को अगस्त 2021 तक ऑप्टीकल फायबर से जोडने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्कांक्षी योजना साकार होते नहीं दिखाई दे रही है. इस साल जुलाई माह तक 5.98 लाख देहातों में से सिर्फ 1.50 लाख ग्रामपंचायतों को भारत नेट प्रोजेक्ट अंतर्गत जोडा गया जो की मात्र 25 प्रतिशत ही है. देश के 37.439 गांव में थ्री जी, फोर जी मोबाइल सेवा भी उपलब्ध नहीं है. यह दुर्दैव की बात है.
अधिकृत सूत्रों व्दारा दी गई जानकारी के अनुसार राज्य के 2014 देहातों में थ्री जी, फोर जी मोबाइल टेेलिफोन सेवा नहीं है तथा 40, 959 देहातों में इंटरनेट सेवा भी नहीं है. राज्य में केवल 19,013 देहातो में ही इंटरनेट सेवा उपलब्ध है. 6 लाख देहातों में मात्र 30 फीसदी ऐसे देहात है जहां इंटरनेट सेवा उपलब्ध है. ऐसे में देहातों में रहने वाले विद्यार्थियों को विकसित गांव में रहने वाले विद्यार्थियों की तुलना में शिक्षा की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
बिहार राज्य के 39,073 देहातों में से 8,163 देहातों में इंटरनेट सेवा उपलब्ध है. यहां थ्री जी व फोर जी नेटवर्क सुविधा भी उपलब्ध है. यहां सिर्फ 321 गांव में ही फोर जी सेवा नहीं है उत्तर प्रदेश के 97,813 गांव में से 620 गांव में इंटरनेट सेवा नहीं है. किंतु इंटरनेट सेवा का विचार किया गया तो उत्तर प्रदेश में यह सेवा मात्र 30 प्रतिशत है.
पंजाब में इंटरनेट सेवा शत प्रतिशत है यहां 12,660 गांवों में इंटरनेट सेवा पूर्ण रुप से है. साल 2011 में की गई जनगणना में इन गांवों की संख्या 12,168 थी. हरियाणा में इंटरनेट सेवा 90 प्रतिशत से अधिक उपलब्ध है. यहां थ्री जी, फोर जी सेवा शत- प्रतिशत उपलब्ध है. केरल में इंटरनेट सेवा 95 प्रतिशत गांव में उपलब्ध है.