महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए एक सीट के लिए कांग्रेस के 6 नेता इच्छूक
गुलाम नबी आजाद, पृथ्वीराज चव्हाण व मिलींद देवरा के प्रयास जारी
नई दिल्ली/दि. 11 – राज्यसभा की 7 सीटों के लिए आगामी 4 अक्तूबर को चुनाव होना है. इन सात सीटों में महाराष्ट्र के कोटेवाली एक सीट का भी समावेश है, जो कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजीव सातव के निधन की वजह से रिक्त हुई थी. इस एक सीट पर उम्मीदवारी मिलने हेतु इस समय कांग्रेस पार्टी के 6 बडे नेताओं द्वारा जोरदार तरीके से प्रयास किये जा रहे है. जिनमें मुकूल वासनिक, पृथ्वीराज चव्हाण, गुलाम नबी आजाद, मिलींद देवरा, उत्तमसिंह पवार व अनंत गाडगील का समावेश है. वहीं दूसरी ओर भाजपा द्वारा भी राज्यसभा के चुनाव में सशक्त उम्मीदवार खडा करने और जीत हासिल करने के पूरे प्रयास किये जा रहे है.
जानकारी के मुताबिक गुलाम नबी आजाद को महाराष्ट्र अथवा तमिलनाडू से राज्यसभा में भेजने का आश्वासन खुद कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा उन्हें दिया गया था. वहीं सांसद राहूल गांधी के नजदिकी माने जानेवाले मिलिंद देवडा व अनंत गाडगील भी राज्यसभा के लिए इच्छूक है. पूर्व सांसद उत्तमसिंह पवार ओबीसी अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहते है. वहीं कांग्रेस के 13 नाराज नेताओं में मुकूल वासनिक का समावेश है. इसके अलावा पृथ्वीराज चव्हाण कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके है.
तमिलनाडू के कोटेवाली राज्यसभा की अतिरिक्त सीट खुद को मिलने हेतु कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से संपर्क किया जा रहा है. वहीं पुद्दुचेरी की सीट अपने लिए छोडने का आग्रह भाजपा द्वारा एनआर कांग्रेस के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी से किया गया है. आसाम में भाजपा द्वारा राज्यसभा की सीट को जीतने की संभावना है. बोडोलैण्ड पीपल्स फ्रंट इस प्रादेशिक दल के राज्यसभा सदस्य विश्वजीत दयमारी को संसद सदस्यता से इस्तीफा दिलवाकर भाजपा ने उन्हें विधानसभा का चुनाव लडने पर राजी किया था. वहीं थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के चलते मध्यप्रदेश से भी राज्यसभा की एक सीट रिक्त हो गई है. यहां पर भाजपा द्वारा अपना पूरा जोर लगाया जायेगा.
बंगाल में तृणमुल जीत सकती है
पश्चिम बंगाल से राज्यसभा की सीट तृणमुल कांग्रेस द्वारा जीते जाने की संभावना है. इसके साथ ही तमिलनाडू के दो सीटों पर कांग्रेस व द्रमुक युती को जीत मिल सकती है. तमिलनाडू से द्रमुक के दो राज्यसभा सदस्यों के. पी. मुन्नास्वामी व आर. वेतिलिंगम ने इस्तीफा देकर विधानसभा का चुनाव लडा था. किंतु उन्हें हार का सामना करना पडा था. ऐसे में इन दोनों सीटों को द्रमुक द्वारा एक बार फिर अपने कब्जे में रखने हेतु प्रयास किया जा रहा है.