नई दिल्ली/दि.16 – लॉकडाउन और कोरोना के बावजूद वर्ष 2021 में जानवरों के शिकार में कमी नहीं आई है. जनवरी से दिसंबर 2021 तक विलुप्तप्राय और पर्यावरण के लिए बेहद अहम माने जानेवाले 67 तेंदुओं का शिकार हुआ है. इसमें आम तेंदुआ और हिम तेंदुआ दोनों शामिल हैं. यह जानकारी केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के तहत आनेवाले वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने आरटीआई कार्यकर्ता रंजन तोमर द्वारा पूछे सवाल के जवाब में दी है.
105 शिकारियों को किया गिरफ्तार
वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के मुताबिक इस दौरान मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा दस तेंदुओं का शिकार हुआ. आठ तेंदुए के शिकार के साथ ओडिशा देश में दूसरे नंबर पर है, तो जम्मु काश्मिर में शिकार हुए तेंदुओं की संख्या सात रही. इसी प्रकार उत्तराखंड और छत्तीसगढ में 7-7, हिमाचल प्रदेश में 6, उत्तरप्रदेश और असम में 5-5 तेंदुए शिकारियों के भेट चढे. महाराष्ट्र में भी दो तेदुओं को अपनी जान से हाथ धोना पडा है. वर्ष 2021 में देश में तेंदुओें के शिकार करनेवाले 105 शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. ब्यूरो ने बताया कि गिरफ्तार शिकारियों में 18 मध्यप्रदेश से, 14 ओडिशा से, 11 उत्तराखंड से, 5 छत्तीसगढ से और 4 महाराष्ट्र से है.