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देश में 7 लाख ग्राहक हैं नई कार की प्रतीक्षा में

नई दिल्ली/दि.22– विगत कुछ माह से पूरी दुनिया में सेमी कंडक्टर की किल्लत महसूस हो रही है. इसका सीधा परिणाम वाहनों के उत्पादन व बिक्री पर हुआ है. सेमी कंडक्टर की किल्लत के चलते वाहनोें का उत्पादन घटने के साथ ही वाहनों की आपूर्ति में भी कमी आयी है. जिसके चलते इस समय देश में करीब 7 लाख ग्राहक कार खरीदने के लिए वेटिंग लिस्ट पर है. साथ ही कई गाडियों की डिलीवरी के लिए चार से छह माह की वेटिंग चल रही है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान लगाये गये प्रतिबंधो के चलते यातायात के सार्वजनिक साधन काफी हद तक सीमित हो गये थे. ऐसे में अधिकांश लोगबाग आवाजाही के लिए अपनी खुद की कार खरीदने की मानसिकता में आ गये. साथ ही अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटते ही कार की मांग में अच्छी-खासी वृध्दि हो गई. किंतु इसी दौरान पूरी दुनिया सेमी कंडक्टर चिप की किल्लत के संकट से जूझने लगी. जिससे कारों के उत्पादन व आपूर्ति पर परिणाम हुआ. इस समय कार की खरीदी के लिए काफी लंबी वेटिंग लिस्ट है. वहीं विगत कुछ माह के दौरान कई कंपनियों द्वारा कारों के नये मॉडल लॉन्च किये गये है. जिन्हें खरीदने हेतु ग्राहक भी तैयार है. किंतु इसके लिए उन्हें चार से छह माह का इंतजार करना होगा. वहीं ट्रेंडिंग में रहनेवाली कुछ कारों के लिए तो पूरे एक साल की वेटिंग चल रही है.

* किस कंपनी के पास कितनी वेटिंग
मारूती – 2.50 से अधिक
हुंडाई – 1 लाख
टाटा मोटर्स – 1 लाख
महिंद्रा एन्ड महिंद्रा – 1 लाख
किया मोटर्स – 75 हजार
एमजी मोटर्स – 46 हजार
फॉक्स वैगन, टोयोटा, निसान, रेनॉ, स्कोडा आदि – 75 हजार से अधिक

* ग्राहकों को दोहरा झटका
कार की डिलीवरी में होनेवाले विलंब के चलते ग्राहकों को दोहरा नुकसान उठाना पडता है. एक तो वाहन मिलने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पडता है. वहीं इस दौरान कारों के दाम बढने पर अतिरिक्त भुगतान भी करना पडता है. उल्लेखनीय है कि, जारी वर्ष के दौरान सभी कार कंपनियों ने अपने द्वारा उत्पादित कारों की कीमतों में वृध्दि की है. जिसके चलते कारों की डिलीवरी लेते समय वृध्दिंगत कीमत के अनुसार भुगतान करना पडता है. ज्ञात रहेें कि, इस वर्ष कारों की कीमतों में औसत 6 से 8 फीसद वृध्दि हुई है.

* ई-वाहनों पर परिणाम
इन दिनों इलेक्ट्रीक कारों की मांग भी काफी अधिक बढ रही है. नई तकनीक पर आधारित इन कारों में भी कई तरह के चिप्स लगाये जाते है. ऐसे में चिप्स की कमी के चलते इस श्रेणीवाली कारों के लिए भी काफी लंबा वेटिंग पिरियड है.

* जल्द समाधान के संकेत नहीं
– सेमी कंडक्टर चीप की किल्लत को लेकर हाल-फिलहाल कोई समाधान निकलने की संभावना बेहद कम है.
– विशेषज्ञों के मुताबिक वर्ष 2022 की पहली छह माही तक यह दिक्कत कायम रह सकती है.
– विगत दिनों पर्व एवं त्यौहारों तथा शादी-ब्याह का सीझन रहने के चलते विभिन्न सेग्मेंटवाली कारों की मांग में अच्छा-खासा इजाफा हुआ था.
– जनवरी माह के बाद जहां एक ओर कारों की मांग में कुछ कमी आयेगी, वहीं धीरे-धीरे आपूर्ति की रफ्तार बढेगी, ऐसी उम्मीद है.
– आपूर्ति की रफ्तार बढने के साथ ही धीरे-धीरे वेटिंग लिस्ट छोटी होगी ऐसा माना जा रहा है. किंतु इस दौरान लागत मूल्य में इजाफा होने के चलते कारों के बिक्री मूल्य में कुछ हद तक वृध्दि होने की संभावना जतायी जा रही है.

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