मुुंबई/ दि. 17- प्रदेश में दूध मिलावट का मामला गंभीर है. इनका साम्राज्य काफी फैल गया है. मिलावटी दूध से नवजात शिशु और बच्चों की जान से खिलवाड हो रहा है. इसलिए दूध में मिलावट करनेवाले तथा आम लोगों की जान से खेलनेवाले को फांसी का प्रावधान करने की मांग विपक्ष के नेता अजीत पवार ने आज विधानसभा में की.
पवार ने कहा कि दूध व्यवसाय को प्रोत्साहन देने अतिरिक्त दूध उत्पादन रहने पर सहकारी संस्थाओं को उसका पावडर बनाकर निर्यात करने की अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन लगातार बढ रहा है. अगले कुछ समय में प्रदेश में 1 करोड लीटर दूध कलेक्शन हो जाने की संभावना है. मगर कुछ गलत लोग भी इस धंधे में आ गए है. मिलावटी दूध का धंधा पाव पसार रहा है.
पवार ने कहा कि दूध मिलावट की समस्या बडी गंभीर है. उन्होंने बताया कि मविआ सरकार के दौर में उन्होंने इसके लिए फांसी की सजा का प्रावधान करने का कानून प्रस्तावित किया था. राष्ट्रपति ने कानून को मंजूरी नहीं दी. जिससे वह कायदा नहीं बन सका. पवार ने फिर से फांसी की सजा की मांग की.