नई दिल्ली/दि.1 – देश के कई राज्यों में भीषण बारिश का सिलसिला जारी है. इस बारिश के चलते कई जगहों पर हादसों की खबर भी सामने आई है. ऐसे ही कुछ हादसों में पिछले 24 घंटों में 13 लोगों की मौत हो गई है. ये जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दी गई है. मॉनसून आने के बाद से, 1 जून से देश में 680 लोगों की मौत हो गई है. एक तरफ जहां असम, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में बाढ जैसे हालातों हजारों लोगों को विस्थापित कर दिया तो वहीं उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लैडस्लाइड और भारी बारिश के चलते भी तबाही का मंजर देखने को मिला. ये स्थिति आगे भी जारी रह सकती है क्योंकि बारिश का ये सिलसिला आने वाले दिनों में भी देखने को मिल सकता है.
बाढ़ की स्थिति पर मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि गंगा, कोसी, भागमती, गंडक सहित कई नदियों में जल स्तर बढ़ने से असम के 22 जिले, बिहार के 36, उत्तर प्रदेश के 12 और पश्चिम बंगाल और झारखंड के दो-दो जिले प्रभावित हुए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 48 घंटों में इन राज्यों में लगभग 15 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभागों की तरफ से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि दोनों राज्यों में पिछले वर्षों की तुलना में इस साल अधिक लैंडस्लाइड की घटना दर्ज की गई. हालांकि बारिश कम हुई है. इस साल उत्तराखंड की बारिश में लगभग 5 फीसदी की कमी थी, राज्य के लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में लैंडस्लाइड की घटनाओं में 32 फीसदी की वृद्धि देखी गई. इस साल भूस्खलन, बोल्डर गिरने और उफनती नदियों में बहने जैसी 1,200 से ज्यादा घटनाओं में 135 से अधिक लोग मारे गए हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, हिमाचल में इस साल 9 फीसदी कम बारिश हुई और भूस्खलन में 60 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. इस बारिश के मौसम में अब तक राज्य से करीब 150 लोगों की मौत हो चुकी है.
बात करें असम की तो सामान्य से कम बारिश के बावजूद असम में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान कार्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुमित दास ने कहा, “अगस्त महीने में, राज्य में सामान्य 347.1 मिमी के मुकाबले 296.3 मिमी बारिश हुई. पिछले सात दिनों में 31 अगस्त तक, राज्य में औसत वर्षा 70.7 मिमी दर्ज की गई, जो सामान्य 73.2 मिमी से 4 फीसदी कम है. वहीं बिहार में अगस्त के अंत तक, सामान्य 1,027 मिमी की तुलना में 801.9 मिमी बारिश हुई, जबकि कुल 40 जिलों में से 32 में बाढ़ आ गई, जिससे दस लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए.
बीते 24 घंटे से दिल्ली, मुंबई और गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौमस विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में दक्षिण गुजराज, सौराष्ट्र और कच्छ के इलाकों में जमकर बारिश होगी और 3 सितंबर तक जारी रहेगी. वहीं मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण राजस्थान में भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है. ऐसे में बाढ़ का खतरा लगातार बना हुआ है.
3 सितंबर से पश्चिम भारत में भारी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा. वहीं तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में 4 और 5 सितंबर को जोरदार बारिश होगी.