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मिजोरम में बढ़ा अफ्रीकी स्वाइन फ्लू का खतरा

चार जिलों के कुछ इलाकों को घोषित किया ASF का ‘केंद्र’

नई दिल्ली/दि. 21 – पिछले एक महीने के दौरान मिजोरम (Mizoram) के कई इलाकों में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (African Swine Flu-ASF) का खतरा मंडरा रहा है, जिससे प्रशासन और लोगों की घबराहट और बढ़ गई है. इसे लेकर मिजोरम सरकार ने चार जिलों के कुछ स्थानों को अफ्रीकी स्वाइन फ्लू का केंद्र (Epicenter) घोषित कर दिया है. एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सुअरों (Pig) में पाई जाने वाली इस बीमारी की वजह से इस एक महीने में 1,000 से ज्यादा सुअरों की मौत हो गई है. अफ्रीकी स्वाइन फ्लू जंगली और पालतू सूअरों में होने वाली एक घातक संक्रामक बीमारी है.
राज्य पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक (पशुधन स्वास्थ्य) डॉ. लालहिम्थांगा ने बताया कि लुंगलेई जिले में लुंगसेन गांव और लुंगलेई इलेक्ट्रिक वेंग इलाका, ऐजावल जिले में सशस्त्र वेंग और एडेंथर पड़ोस, सेरछिप जिले में केतुम गांव और एक मोहल्ला जिले के सियाहा शहर को अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (ASF) का ‘केंद्र’ घोषित कर दिया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य के पांच जिले- आइजोल, लुंगलेई, सेरछिप, ममित और सियाहा ASF से प्रभावित हैं, जो मिजोरम के इतिहास में पहली बार देखा गया.

हालांकि, ममित जिले में भी अफ्रीकी स्वाइन फ्लू से सुअर की मौत की रिपोर्ट है, लेकिन इसे अभी तक ASF का केंद्र घोषित नहीं किया गया है. 21 मार्च को बांग्लादेश की सीमा से लगे दक्षिण मिजोरम के लुंगलेई जिले के लुंगसेन गांव में अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के कारण पहले सुअर की मौत हुई थी. विभाग के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए, लालहिम्थांगा ने कहा कि ASF के कारण बुधवार तक कम से कम 1,119 सुअरों की मौत हुई है, जिससे करीब 4.47 करोड़ रुपयों से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है.
इसी के साथ, मिजोरम के दक्षिणी लावेन्तेलाई जिले के चेजटे गांव और आइजोल के डर्टलैंग इलाके में 87 सूअरों की असामान्य मौत भी हुई है, जिनके पीछे का कारण स्पष्ट होना अभी बाकी है. इन इलाकों से मृत मिले सुअरों के सैंपल्स गुवाहाटी भेजे जाएंगे. अधिकारी ने बताया कि फिलहाल राज्य सरकार ने सुअरों को अब तक पकड़ने का आदेश नहीं दिया है. सरकार अभी मूल्यांकन कर रही है और मूल्यांकन पूरा होने के बाद केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा.
हालांकि, इस बीच कुछ संक्रमित सूअरों को उनके मालिकों की तरफ से ही निवारक उपाय (Preventive Measure) के रूप में स्वेच्छा से बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सुअरों की इस की बीमारी को दूसरे जिलों में फैलने से रोकने के लिए सरकार ने बड़े पैमाने पर रोकथाम के उपाय किए हैं. मिजोरम में 11 जिले हैं और मिजोरम की सीमाएं असम, मणिपुर और त्रिपुरा के साथ बांग्लादेश और म्यांमार के साथ लगती हैं.

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