* राजस्थान से सोनिया गांधी ने भरा नामांकन
नई दिल्ली/दि.16– कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी द्वारा राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद अब पचास साल बाद गांधी परिवार का कोई सदस्य राज्यसभा में प्रवेश करेगा. इससे पहले इंदिरा गांधी राज्यसभा की सदस्य थीं. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा जाने के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. पिछले 25 वर्षों से वह लगातार उत्तर प्रदेश के रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुनी जाती रही हैं. लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने अब लोकसभा चुनाव लडने के बजाय राज्यसभा जाने का फैसला किया है. इस फैसले से 57 साल बाद गांधी परिवार का कोई सदस्य राज्यसभा सदस्य बनेगा. इससे पहले इंदिरा गांधी 1964 से 1967 तक राज्यसभा की सदस्य रहीं. फिर गांधी परिवार का सदस्य लोकसभा क्षेत्र से संसद पहुंचा हैं.
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री बने. इसी समय 1964 में इंदिरा गांधी को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया था. उनके पास सूचना एवं संचार मंत्री का कार्यभार था. लेकिन उस समय वह लोकसभा या राज्यसभा की सदस्य नहीं थीं. चूंकि उन्हें छह महीने के भीतर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना आवश्यक था, इसलिए उनकी राज्य सभा में नियुक्ति की गई. उनका पहली बार 1966 में प्रधानमंत्री पद पर चयन हुआ था. तब वे राज्यसभा की सदस्य थी. 1967 में लोकसभा के आम चुनाव में उन्होंने रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र को चुना. फिरोज गांधी लोकसभा में चुने गए थे. तब से रायबरेली कांग्रेस का गढ है. लेकिन 1967 के बाद गांधी परिवार का एक भी राज्यसभा का सदस्य नहीं हुआ था. अब लगभग 57 वर्षों के बाद सोनिया गांधी की नियुक्ति राज्यसभा में होगी.
* प्रियंका गांधी पर रायबरेली की जिम्मेदारी
सोनिया गांधी की राज्यसभा में नियुक्ति के बाद प्रियंका गांधी के रायबरेली सीट से चुनाव लडने की संभावना बढ गई है. इस लोकसभा चुनाव के मौके पर उनके चुनाव मैदान में उतरने के संकेत मिल रहे हैं. अमेठी से राहुल गांधी की हार के बाद संभावना है कि कांग्रेस श्रेष्ठी प्रियंका गांधी को रायबरेली से मैदान में उतारने का फैसला करेंगे