नई दिल्ली/दि.५ – कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनुराग कश्यप समेत कुछ फिल्म निर्माताओं और अभिनेत्री तापसी पन्नू के घरों एवं कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर सरकार किसान समर्थकों के खिलाफ छापेमारी करवा रही है. दूसरी तरफ, राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता पर कांग्रेस का ज्ञान देना ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली की तरह है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘कुछ मुहावरेर् उंगलियों पर नचाना- केंद्र सरकार आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई के साथ ये करती है. भीगी बिल्ली बनना- केंद्र सरकार के सामने मित्र मीडिया. खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे- जैसे केंद्र सरकार किसान-समर्थकों पर रेड कराती है. गौरतलब है कि आयकर विभाग ने बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्मकार अनुराग कश्यप व उनके साझेदारों के घरों और कार्यालयों पर बुधवार को छापेमारी की. अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी फैंटम फिल्म्स के खिलाफ कर चोरी की जांच का एक हिस्सा है. उन्होंने बताया कि यह छापेमारी मुंबई और पुणे में 30 स्थानों पर की गई जिसमें रिलायंस एंटरटेनमेंट ग्रुप के सीईओ शुभाशीष सरकार तथा सेलिब्रिटी और प्रतिभा प्रबंधन कंपनी केडब्ल्यूएएन के कुछ अधिकारी भी शामिल हैं. राहुल गांधी के हमले को लेकर पलटवार करते हुए जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल गांधी जी, इन मुहावरों को भी याद करिये. सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को – आपातकाल में मीडिया की आज़ादी पर अंकुश लगाने वाली कांग्रेस का मीडिया की आजादी पर ज्ञान देना. उंगली पर गिने जा सकना – कांग्रेस की मौजूदा स्थिति और चुनाव में स्थिति. रंगा सियार – सबसे सांप्रदायिक पार्टी सेकुलरिज्म का ढोंग करती है; एक परिवार की पार्टी अब लोकतंत्र पढ़ा रही है. इस बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया, ‘‘सरकार मीडिया प्रबंधन को ही भूराजनीतिक रणनीति का विकल्प मानती है. इसकी कीमत चीन के साथ हमें चुकानी पड़ी है. इस रास्ते पर चलना भारत लिए भयावह है. उधर, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार की मीडिया रणनीति से संबंधित एक कथित रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सरकार मीडिया पर नियंत्रण करने की साजिश कर रही है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले साल जब लोग महामारी से जूझ रहे थे तो सरकार का एक मंत्री समूह मीडिया पर नियंत्रण का षड्यंत्र रच रहा था. सरकार की कम्युनिकेशन रिपोर्ट से इस साजिश का खुलासा हुआ है. इन मंत्रियों के कई सुझावों के आधार पर ही हाल ही में ओटीटी और डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करने के कानून बनाए गए हैं. सुप्रिया ने कहा, ‘‘यह विश्वास के हनन का मामला है और ऐसे में हम केंद्रीय मंत्रियों रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर के इस्तीफे की मांग करते हैं.