ताउते के बाद अब इसी महीने बंगाल की खाड़ी में आ सकता है दूसरा चक्रवात
मौसम विभाग ने बताई तारीख
नई दिल्ली/दि. 18 – चक्रवात ताउते (Cyclone Tauktae) ने गुजरात और मुंबई समेत कई इलाकों में काफी तबाही मचाई है. इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में एक और चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है. IMD ने कहा कि चक्रवात ताउते के बाद, 23 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना देखी जा रही है, जिसके चलते एक और चक्रवात आ सकता है, जो तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये सब कुछ जलवायु परिवर्तन और समुद्र के बढ़ते तापमान की वजह से हो रहा है.
IMD प्रभारी सुनीता देवी ने कहा, “अगले हफ्ते के आसपास पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बन सकता है. हम इस पर नजर बनाए रखे हैं. जैसे ही यह हमारे पूर्वानुमान में आता है, हम इसके बारे में और जानकारी उपलब्ध कराएंगे.” दरअसल, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी, दोनों पर समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है, जिससे चक्रवात के तैयार होने के लिए अनुकूल हालात बन रहे हैं. सुनीता ने कहा, “बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र की सतह का तापमान लगभग 31 डिग्री सेल्सियस है और अन्य सभी मौसमी परिस्थितियां भी चक्रवात के बनने के लिए अनुकूल हैं.”
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समुद्र का बढ़ रहा तापमान, जिससे बन रहे चक्रवात
जलवायु परिवर्तन की वजह से समुद्र का तापमान (Sea Temperature) बढ़ रहा है, जिसका असर समुद्र में बनने वाले चक्रवातों पर भी पड़ रहा है. दरअसल, चक्रवातों के बनने की शुरुआत समुद्र के गर्म क्षेत्र में ही होती है, जहां चलने वाली हवा गर्म होकर कम वायुदाब का क्षेत्र बनाती है. गर्म हवा तेजी से ऊपर उठती है, जहां उसे नमी मिलती है और बाद में घने बादल का निर्माण करती है. इस वजह से खाली हुई जगह को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे जाकर फिर ऊपर की तरफ उठती है. ऐसे में जब हवा तेजी के साथ इसके ऊपर चक्कर काटती है, तो घने बादल बिजली कड़कने के साथ बारिश करते हैं. इसका बड़ा रूप ही चक्रवात बनता है, जो अपने साथ तेज हवाएं और बारिश लाता है.
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भीषण चक्रवाती तूफान ताउते ने मचाई काफी तबाही
भीषण चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclonic Storm Tauktae) से भारी नुकसान हुआ है. कई जगहों पर जहां बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए, तो वहीं कई घरों और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा पेड़ गिरने से काफी गाड़ियों को नुकसान भी पहुंचा है. ताउते ने पश्चिमी तट खासकर मुंबई में भारी तबाही मचाई है. मुंबई में चक्रवाती तूफान ताउते के कारण 230 मिलीमीटर बारिश हुई. एक मौसम विशेषज्ञ ने इसे दर्ज इतिहास में मई में 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश होने का दावा किया है. गुजरात तट से टकराने के बाद तूफान कमजोर पड़ गया है.
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19-20 मई को इन इलाकों में भारी बारिश का अनुमान
ये चक्रवात मंगलवार दोपहर को सौराष्ट्र, देसा से 190 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और अहमदाबाद से 105 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था. इसकी तीव्रता 75 से 85 किमी प्रति घंटे से लेकर 95 किमी प्रति घंटे तक रही. तूफान तौकते के चलते 19-20 मई के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में भारी बारिश और कुछ जगहों पर गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. इसी के साथ, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में भारी बारिश और 19 मई को उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है.