नई दिल्ली/दि.७ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के लिए सुधारों की आवश्यकता है और सदियों पुराने कानून अब बोझ बन गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये बयान उस समय आया जब कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए केंद्र की ओर से बनाए गए तीन कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसान पिछले 12 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में किसी का जिक्र किए बगैर कहा, नई सुविधाओं और व्यवस्थाओं के लिए सुधार बहुत जरूरी हैं. हम पिछली शताब्दी के कानून लेकर अगली शताब्दी का निर्माण नहीं कर सकते. जो कानून पिछली शताब्दी में बहुत उपयोगी साबित हुए, वे अगली शताब्दी के लिए बोझ बन जाते हैं और इसलिए सुधार की लगातार प्रक्रिया होनी चाहिए.”
उन्होंने कहा, ”लोग अक्सर सवाल पूछते हैं कि पहले की तुलना में अब हो रहे सुधार ज्यादा बेहतर तरीके से काम क्यों करते हैं. इसका कारण बहुत ही सीधा है. पहले सुधार टुकड़ों में होते थे. कुछ सेक्टरों और कुछ विभागों को ध्यान में रखकर होते थे, मगर अब एक संपूर्णता की सोच से सुधार किए जा रहे हैं.” मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मूल मंत्र पर मजबूती से काम कर रही है और हर चुनाव के नतीजों में जनता का यह विश्वास झलक भी रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रेहड़ी, ठेले और फेरीवालों से लेकर गरीब और मध्यम वर्ग के कल्याण की योजनाएं जमीन पर उतारी गई हैं. यही तो ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वासÓ है. उन्होंने कहा, ”बीते कुछ समय से जो सुधार किए जा रहे हैं, उनसे देश में नया आत्मविश्वास आया है. अगर आप बारीकियों में जाएंगे तो आपको भी संतोष होगा. पहले की तुलना में आपके अंदर भी एक नया विश्वास बनेगा. बीते हर चुनाव में यह विश्वास दिख रहा है.ÓÓ प्रधानमंत्री ने कहा, यूपी सहित देश के हर कोने में चुनाव के नतीजों में यह विश्वास झलक रहा है. दो-तीन दिन पहले हैदराबाद में गरीब और मध्यम वर्ग ने सरकार के प्रयासों को अभूतपूर्व आशीर्वाद दिया है. आपका साथ और आपका समर्थन, देशवासियों की छोटी से छोटी खुशी मुझे नए-नए काम करने की हिम्मत देती है.