नई दिल्ली/दि. 16 – कोविड-19 महामारी के चलते करीब दो महीने बंद रहने के बाद बुधवार को ताजमहल फिर से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया. ब्राजील की 40 वर्षीय महिला ताजमहल में दाखिल होने वाले शुरुआती पर्यटकों में से एक रही. मेलिसा डल्ला रोसा ने कहा कि”सूर्योदय के दौरान ताजमहल का दीदार करना उनके लिये एक विशेष क्षण रहा और वह इस अछ्वुत स्थल पर पूरी तरह अकेली थीं.” भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण ने बुधवार से केन्द्र द्वारा संरक्षित स्मारकों, स्थलों और संग्रहालयों को बुधवार से खोलने की घोषणा की थी. हालांकि आगरा प्रशासन ने एक बार में ताजमहल में 650 लोगों के जाने की सीमा तय की थी. मेलिसा नौ सप्ताह के योग टूर पर भारत आई थीं कि इसी दौरान लॉकडाउन की घोषणा हो गई. उन्होंने कहा,”मैं आगरा की यात्रा के लिये कल लखनऊ से यहां आई थी. मुझे पता था कि महामारी के चलते स्मारक बंद हैं. लेकिन स्थानीय लोगों से पता चला कि ताजमहल बुधवार को खुल जाएगा. लिहाजा मैंने टिकट बुक करा लिया.”
मेलिसा ने कहा,”दोपहर तक मैंने टिकट बुक कराया और आज तड़के यहां आ गई. मैं ताजमहल में प्रवेश करने वाली पहली पर्यटक थी. यह अछ्वुत अनुभव रहा. इस अवसर के लिये भारत का शुक्रिया.” लखनऊ से आए एक भारतीय दंपति ने कहा भी कहा कि यह शानदार अनुभव था क्योंकि यहां कुछ ही पर्यटक थे. आमिर ने कहा,”मैं कई बार ताजमहल देख चुका हूं लेकिन आज की यात्रा यादगार है. मैंने ऑनलाइन टिकट बुक कराए और ताज महल के दीदार करने चला आया.”
-
अजंता-एलोरा की गुफाएं पर्यटकों के लिए 17 जून से खुलेंगी
महाराष्ट्र में कोविड-19 की स्थिति में सुधार के बाद औरंगाबाद जिले के अजंता-एलोरा समेत तीन अन्य ऐतिहासिक स्थलों को पर्यटकों के लिए बृहस्पतिवार से खोला जा रहा है. ये स्थल पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से बंद हैं. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. जिला प्रशासन ने बीबी का मकबरा, औरंगाबाद गुफा, दौलताबाद किला समेत इन पांच ऐतिहासिक स्थलों पर दर्शकों की मौजूदगी की संख्या की सीमा भी तय की है. यहां सुबह और दोपहर में दो सत्रों में 2,000 पर्यटक ही आ सकते हैं और टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन होगी और पर्यटकों को महामारी संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.
संक्रमण के मामलों में गिरावट के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सभी केंद्रीय संरक्षित इमारतों, स्थलों और संग्रहालयों को बुधवार से खोलने की घोषणा की है. अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि एएसआई के आदेश के बाद औरंगाबाद जिला आपदा एवं प्रबंधन अथॉरिटी प्रमुख और जिला कलेक्टर सुनील चव्हाण ने 17 जून से औरंगाबाद में पर्यटन स्थलों को खोलने को हरी झंडी दिखा दी. हालांकि, औरंगाबाद जिले में एएसआई के दायरे में आने वाले मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल बंद रहेंगे.